रसूलपुर(एकमा). मानसून की पहली बारिश ने रसूलपुर पंचायत के सफाई के दावे की पोल खोल दी है. पंचायत की कई सड़कों पर बारिश या फिर गंदे नाली का जलजमाव है. लोगों का चलना भी कठिन हो गया है. स्थानीय चट्टी से बाबा दुर्गेश्वरनाथ मंदिर रोड़ में हुए जलजमाव से आवागमन पुरी तरह प्रभावित है. हालांकि तस्वीर में दीख रहा जलजमाव बारिश के छुटने की बाद की है. नाले निर्माण में हुई तकनीकी गड़बड़ी के कारण यहां नाले का गंदा दूषित व बदबुदार जलजमाव के कारण बाइक व साईकिल चालक गिर रहे हैं तो मॉर्निंग वाक व सामानों की खरीदारी के लिए बाजार निकले लोग सड़क पर लगे दूषित पानी को देखकर घर वापस लौट जाते हैं. वहीं बाबा दुर्गेश्वरनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना को जानेवाले श्रद्धालूओं के सामने भी दूषित पानी पार कर मंदिर तक पहुंच पाना विकट समस्या बनी है. बारिश होते हीं यह सड़क झील में तब्दील हो जाता है. लबालब भरी इन सड़क पर चारपहिया वाहन तो किसी तरह निकल जाते हैं पर दोपहिया व पैदल चलने वाले लोगों को काफी परेशानियां झेलनी पड़ रही हैं. बड़ी बात तो यह है कि दो तीन महीने पूर्व हीं लाखों रूपये की लागत से नाले का निर्माण व नाले की सफाई की गयी थी पर इतने बड़े खर्च के बावजूद बरसात का पानी नालियों से निकलने की बात तो दुर नालियों का दूषित पानी हीं बगैर बरसात के सड़कों पर जमा रहता है. जिससे संक्रामक बीमारियों के फैलने की भी आशंका जतायी जा रही है. जिससे स्थानीय लोगों में जिम्मेदार अधिकारियों तथा लापरवाह ठेकेदारों व जनप्रतिनिधीयों के प्रति आक्रोश है.
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