chhapra news : 30 नवंबर तक आवेदन करने वाले छात्रों का डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन शुरू
chhapra news : जेपीयू के अंतर्गत विभिन्न पीजी विभागों तथा कॉलेज में शामिल किये गये वोकेशनल व सर्टिफिकेट कोर्स में नामांकन के लिए जिन छात्र-छात्राओं ने 30 नवंबर तक अप्लाइ किया है.
छपरा. जेपीयू के अंतर्गत विभिन्न पीजी विभागों तथा कॉलेज में शामिल किये गये वोकेशनल व सर्टिफिकेट कोर्स में नामांकन के लिए जिन छात्र-छात्राओं ने 30 नवंबर तक अप्लाइ किया है. उन सभी छात्रों के डॉक्यूमेंट का वेरिफिकेशन शुरू कर दिया गया है. जेपीयू के वोकेशनल कोर्स के इंचार्ज प्रो अजीत कुमार तिवारी ने बताया कि 30 नवंबर तक अप्लाइ कर चुके छात्र-छात्राओं के सभी एकेडमिक कागजातों की जांच की जा रही है. छात्रों ने ऑनलाइन अप्लाइ करने के दौरान जो डॉक्यूमेंट सबमिट किया है. उसका मिलान कराया जा रहा है. इसके बाद नामांकन सूची जारी कर दी जायेगी. 10 दिसंबर तक कॉलेज व पीजी विभाग में नामांकन की प्रक्रिया भी प्रारंभ कर देने का लक्ष्य रखा गया है. उन्होंने बताया कि वोकेशनल तथा सर्टिफिकेट में कोर्स में नामांकन के लिए अप्लाइ की तिथि 30 नवंबर तक थी. लेकिन कुलपति प्रो परमेंद्र कुमार बाजपेई ने छात्रहित को ध्यान में रखते हुए अप्लाइ का एक और अवसर उपलब्ध कराया है. इसके अनुसार अब 10 दिसंबर तक अप्लाइ की थी बढ़ा दी गयी है. 10 दिसंबर तक जो छात्र-छात्राएं अप्लाइ करेंगे उनके नामांकन की सूची 15 दिसंबर तक जारी की जायेगी. उन्होंने बताया कि नामांकन से संबंधित सभी जानकारी कॉलेजों तथा पीजी विभागों के नोटिस बोर्ड पर प्रकाशित है. वहीं सभी कॉलेजों में इसके लिए एक हेल्प डेस्क बनाया गया है. जहां पहुंचकर छात्र-छात्राएं नामांकन प्रक्रिया पूरी करने से संबंधित जानकारी ले सकते हैं.
अभी आवेदनों की संख्या काफी कम
कई प्रमुख कॉलेज से मिली जानकारी के अनुसार अभी वोकेशनल कोर्स में नामांकन के लिए आवेदनों की संख्या काफी कम है. राजेंद्र कॉलेज में कई प्रमुख वोकेशनल कोर्स शुरू किये हैं गये हैं. लेकिन अभी तक कुल सीट पर 30 फीसदी भी आवेदन प्राप्त नहीं हुआ है. विश्वविद्यालय के अंतर्गत जिन सर्टिफिकेट कोर्स में नामांकन के लिए अप्लाइ लिया जा रहा है. उसमें भी अभी काफी कम संख्या में आवेदन आये हैं. क्योंकि विश्वविद्यालय में स्नातक का सत्र पहले से ही पीछे चल रहा है. वहीं वोकेशनल कोर्स तथा सर्टिफिकेट कोर्स का शुल्क भी सामान्य कोर्स से काफी अधिक है. ऐसे में भी स्थानीय छात्र-छात्राएं इन कोर्सेस में नामांकन के प्रति अभी कम रुचि दिखा रहे हैं. हालांकि विश्वविद्यालय का मानना है कि यह वोकेशनल तथा सर्टिफिकेट कोर्स में नामांकन का पहला साल है. आने वाले समय में और अधिक छात्र-छात्राएं इसके प्रति जागरूक होंगे.कुलपति ने छात्रों से की है अपील
कुलपति प्रो परमेंद्र कुमार बाजपेई ने छात्रों से अपील की है कि वह अधिक से अधिक संख्या में वोकेशनल व सर्टिफिकेट कोर्स में नामांकन करायें. उन्होंने कहा है कि सभी कोर्स की मान्यता ले ली गयी है. सभी कोर्स रोजगार से जुड़े हुए हैं. छात्र-छात्राएं विश्वविद्यालय के वेबसाइट से कोर्स की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं. पूरा सिलेबस भी वेबसाइट पर अपलोड कर दिया गया है. कई कोर्स तो रेगुलर मोड में भी शुरू किये गये हैं. वहीं अधिकतर सर्टिफिकेट कोर्स छह से आठ महीने की अवधि के हैं. सर्टिफिकेट कोर्स करने के उपरांत भी कई छात्र-छात्राएं तुरंत 25 से 40 हजार के बीच की नौकरी प्राप्त कर सकते हैं. उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय द्वारा वोकेशनल तथा सर्टिफिकेट कोर्स की पढ़ाई के लिए अलग से व्यवस्था बनायी जा रही है. अनुभवी शिक्षकों को भी इसके लिए नियुक्त किया जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है