Chapra News : नियमों की अनदेखी कर इ-रिक्शा और ऑटो का परिचालन कर रहे हैं चालक

Chapra News : शहर के कई इलाकों में इ-रिक्शा व ऑटो को ओवरलोड कर चलाया जा रहा है. कभी निर्धारित सीट से अधिक यात्री बैठाये जा रहे हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | January 12, 2025 9:11 PM

छपरा. शहर के कई इलाकों में इ-रिक्शा व ऑटो को ओवरलोड कर चलाया जा रहा है. कभी निर्धारित सीट से अधिक यात्री बैठाये जा रहे हैं. तो कभी इ-रिक्शा व ऑटो की छत पर भारी मात्रा में सामान लोड कर एक जगह से दूसरे जगह तक पहुंचा जा रहा है. साहेबगंज, सलेमपुर, गुदरी, मौना, मेवा लाल चौक, गांधी चौक आदि इलाकों में सुबह से लेकर शाम तक कई ऐसे ऑटो व इ रिक्शा दिख जायेंगे. जिनमें यात्री नहीं बल्कि भारी मात्रा में सामान लोड किया रहता है. कई बार तो इन छोटे सवारी वाहनों के छतों पर सामान रखकर परिचालन हो रहा है. शहर में सभी चौक-चौराहों पर पुलिस चेक पोस्ट बनाया गया है. वहीं प्रतिदिन वाहनों की जांच भी हो रही है. लेकिन मानकों को नजरअंदाज कर शहर की सड़कों पर दौड़ रहे ऐसे ऑटो व इ रिक्शा के चालकों पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है.

सवारी बैठाने में हो रही अनियमितता

शहर में इस समय तकरीबन दो हजार इ-रिक्शा व ऑटो का परिचालन हो रहा है. अधिकतर इ- रिक्शा ऑटो छपरा के ब्रम्हपुत्र से लेकर तेलपा के बीच चलाये जाते हैं. वहीं छपरा रेलवे जंक्शन व बस स्टैंड से भी शहर से आठ से 10 किलोमीटर दूरी तय करने के लिए यात्री इ रिक्शा लेते हैं. शहर में जितने भी रिक्शा चल रहे हैं. उनमें से ज्यादातर पांच सीटर हैं. लेकिन कई बार इनमें सात से आठ यात्रियों को बैठा लिया जाता है. पीछे में जहां चार सीटिंग है वहां छह लोग बैठे जाते हैं. वहीं ड्राइवर सीट के अगल-बगल की दो लोगों को बैठाया जा रहा है. छपरा से डोरीगंज, गड़खा, रिविलगंज, कोपा जलालपुर आदि 8 से 10 किलोमीटर दूरी के जगह तक जाने वाले सवारी वाहनों में भी ओवरलोड किया जाता है. इस रूट में चलने वाले लगभग सभी ऑटो व इ रिक्शा के छतों पर सामान ढोया जाता है.

जर्जर सड़क होने के कारण होता है हादसा

इस समय शहर में विभिन्न प्रोजेक्ट के तहत निर्माण कार्य चल रहा है. गांधी चौक, मेवालाल चौक, नगर पालिका रोड, बस स्टैंड रोड आदि में डबल डेकर निर्माण के कारण सड़क जर्जर है. कई जगह पर सड़क पर बड़े-बड़े गड्ढे हैं. गली मुहल्ले में नमामि गंगे प्रोजेक्ट के तहत पाइपलाइन बिछाने के लिए सड़क को तोड़ दिया गया है. वहीं इसका मेंटेनेंस नहीं हुआ है. कई जगहों पर नल जल योजना तथा गैस पाइपलाइन योजना के तहत भी सड़के तोड़ी गयी हैं. जिसमें बड़े-बड़े गड्ढे हो गये हैं. अब इन्ही रास्तों से ओवरलोड ऑटो व इ रिक्शा गुजर रही है. इ रिक्शा का पहिया काफी छोटा होता है. ओवरलोड के कारण कई बार इसका बैलेंस बिगड़ जाता है और यह पलट जाती है.क्या कहते हैं लोगवाहनों के परिचालन को लेकर एक मानक निर्धारित करना चाहिये. सिर्फ इ रिक्शा व ऑटो में ही नहीं बल्कि बसों में भी निर्धारित सीट से अधिक यात्रियों को बैठाया जाता है. जिससे दुर्घटना की आशंका बनी रहती है.

नीरज श्रीवास्तवशहर में इस समय कई प्रमुख सड़क जर्जर है. जिसका मेंटेनेंस अभी नहीं हुआ है. इस रूट में ओवरलोड इ रिक्शा व ऑटो के परिचालन से अक्सर दुर्घटना होते रहती है. इस अनियमितता को दूर करने के लिए कड़े कदम उठाने होंगे.अविनाश कुमार

कई बार ऑटो व इ रिक्शा के चालक वाहन की छत पर सामान रख लेते हैं. उसके साथ ही सवारी को भी बैठा लेते हैं. जर्जर सड़कों पर इन वाहनों के दुर्घटनाग्रस्त होने की आशंका बनी रहती है. ऑटो व इ रिक्शा से यात्रा करने में अब डर भी लगने लगा है.

सुनीता मिश्रासवारी वाहनों का तो कभी भी कमर्शियल रूप से इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिये. शहर में अक्सर मुख्य सड़क तथा गली मुहल्ले की सड़कों पर इ-रिक्शा चालक वाहन से सामान ढोते नजर आ जाते हैं. इस पर कार्रवाई जरूरी है.अमित नयन

कार्रवाई के लिए क्या है तैयारी

परिवहन विभाग ने वैसे वाहन चालकों को चिन्हित कर कार्रवाई करने के लिए निर्देश जारी किया है. जिनके द्वारा ओवरलोड वाहनों का परिचालन किया जा रहा है. सवारी वाहनों का कमर्शियल इस्तेमाल होता दिखेगा तो चालकों का लाइसेंस रद्द कर जुर्माना वसूलने का भी प्रावधान है. जिला परिवहन पदाधिकारी महमद कमर आलम ने इसके लिए गाइडलाइन जारी किया है. वहीं शहर के यातायात थाना प्रभारी रामबालक यादव ने भी कहा है कि शहर में सभी चौक-चौराहों पर जांच अभियान चला कर ओवरलोड वाहनों का परिचालन करने वाले चालकों पर कार्रवाई शुरू की जायेगी.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version