लिंक बाधित रहने से रजिस्ट्रेशन कराने में मरीजों को हो रही समस्या
सदर अस्पताल के ओपीडी समेत इमरजेंसी विभाग को पूरी तरह से पेपरलेस कर दिया गया है. लेकिन, इसका फायदा नहीं मिल रहा है. संसाधनों का सही से उपयुक्त इस्तेमाल नहीं हाे रहा है
छपरा. सदर अस्पताल के ओपीडी समेत इमरजेंसी विभाग को पूरी तरह से पेपरलेस कर दिया गया है. लेकिन, इसका फायदा नहीं मिल रहा है. संसाधनों का सही से उपयुक्त इस्तेमाल नहीं हाे रहा है. आये दिन मरीज रजिस्ट्रेशन नहीं होने से लौट रहे हैं. पहले की अपेक्षा मरीजों के निबंधन में काफी कमी देखी जा रही है. पेपरलेस होने से पूर्व जहां एक घंटे में 100 से अधिक रजिस्ट्रेशन किया जाता था, वहीं अब यह घटकर 60 तक आ गया है. जानकारी के अनुसार अस्पताल में लगे बीएसएनएल का सर्वर लिंक बाधित होने से ऐसी समस्या उत्पन्न हो रही है. सही से सर्वर काम नहीं कर रहा है, जिस कारण मरीज रजिस्ट्रेशन नहीं करा पा रहे हैं. हालांकि, भव्या एप के कर्मी लगातार प्रयास कर रहे हैं कि ओपीडी में आए हुए मरीजों का रजिस्ट्रेशन जल्द से जल्द कराकर इलाज कराया जाये. लेकिन, फिर भी कई ऐसे मरीज हैं, जो रजिस्ट्रेशन नहीं होने से खाली हाथ लौट रहे हैं. मोबाइल नहीं होने से भी बढ़ी परेशानी ओपीडी में इलाज कराने आये कई ऐसे मरीज जिनके पास मोबाइल की सुविधा नहीं है. ऐसे मरीज निबंधन नहीं करा पाते. इस संदर्भ में पूछे जाने पर कर्मियों के द्वारा यह कहा जाता है कि बिना मोबाइल के रजिस्ट्रेशन नंबर से लिंक करना संभव नहीं है. बिना मोबाइल नंबर के रजिस्ट्रेशन नहीं होने से भी मरीजों में काफी नाराजगी देखी जा रही है. मरीजों का कहना है कि पहले बिना मोबाइल नंबर रजिस्टर्ड किये ही हम लोग का निबंधन हो जाता था. ऐसी अवस्था में अब इलाज कराना और भी चुनौतीपूर्ण हो गया है.
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