छपरा. शहर की सड़कों पर लगातार धूल उड़ाने से लोग परेशानी में हैं. इस समय शहर के 90 फीसदी इलाकों में सड़क जर्जर हैं. कई जगहों पर डबल डेकर पुल का निर्माण कार्य चल रहा है. वहीं अधिकतर जगहों पर गैस पाइपलाइन बिछाने तथा नल जल योजना के तहत पाइप डालने को लेकर सड़क पर गड्ढा करने के बाद उसमें मिट्टी भर दी गयी है. ऐसे में इन इलाकों में सुबह से लेकर रात तक धूल उड़ रही है. खासकर सुबह आठ बजे से रात 10 बजे के बीच जब सड़कों पर वाहनों का परिचालन अधिक होता है. तब धूल की मात्रा बढ़ जाती है. आसपास के दुकानदार तथा सड़क से सटे मुहल्ले में रहने वाले लोगों का जीना मुहाल हो गया है.
सांस लेने में हो रही तकलीफ, हृदय रोगियों को परेशानी
शहर के विभिन्न मुहल्ले में धूल उड़ने के कारण लोगों को सांस लेने में भी तकलीफ हो रही है. हवा की गुणवत्ता तो पहले से ही खराब है. अब धूल की मात्रा अधिक हो जाने से हृदय रोगियों की तकलीफ बढ़ गयी है. वहीं छोटे बच्चों में ब्रोंकाइटिस की शिकायत भी आ रही है. सदर अस्पताल में भी बीते कुछ महीनो में हृदय रोग से जुड़े मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है. लगातार धूल के संपर्क में आने के कारण लोगों के आंखों में भी जलन हो रही है. छोटे बच्चों में आइ डिजीज अधिक हो रही है. सांस फूलने की शिकायत लेकर भी लोग अस्पतालों में पहुंच रहे हैं. कई बार तो धूल की मात्रा अधिक हो जाने से सड़क पर दुर्घटना का खतरा भी बना रहता है.चार माह में 50 फीसदी बढ़ गये हार्ट पेशेंट
जिले में हृदय रोगियों की संख्या लगातार बढ़ रही है. बीते चार माह में ही हृदय रोगियों की संख्या में 50 फीसदी का इजाफा हुआ है. सदर अस्पताल से मिली जानकारी के अनुसार जहां अगस्त माह में 228 मरीज हृदय रोग की समस्या लेकर इलाज के लिए पहुंचे थे. वहीं दिसंबर माह में अब तक 452 मरीजों ने हृदय रोग से जुड़ी विभिन्न समस्याओं के इलाज के लिए अस्पताल में रजिस्ट्रेशन कराया. सदर अस्पताल के चिकित्सकों को कहना है कि इस समय मौसम में बदलाव के कारण तो हार्ट पेशेंट बढ़े ही हैं. साथ ही धूल, धुआ तथा वायु प्रदूषण का असर भी लोगों के स्वास्थ्य पर पड़ रहा है. 30 से 50 वर्ष के उम्र के लोगों में हार्ट की समस्या अधिक देखी जा रही है. स्नोफीलिया, दमा जैसी बीमारियों से ग्रसित होकर लोग ओपीडी में आ रहे हैं.निर्माण वाले इलाकों में पानी के छिड़काव को लेकर मेयर सख्त
शहर में तेलपा से लेकर सरकारी बस स्टैंड के बीच डबल डेकर निर्माण कार्य चल रहा है. वहीं कई गली मुहल्ले में भी जर्जर सड़कों का निर्माण हो रहा है. इस दौरान भारी मात्रा में सड़क पर धूल उड़ रही है. जिससे भी लोगों के स्वास्थ्य पर असर पड़ा है. हाल ही में हुई नगर निगम की बोर्ड की बैठक में मेयर लक्ष्मी नारायण गुप्ता ने सुबह व शाम के शिफ्ट में पानी के छिड़काव को लेकर कड़े निर्देश दिये हैं. जिसके बाद से पानी का छिड़काव शुरू भी कर दिया गया है. वहीं जिन इलाकों में कचरा जलाया जा रहा है. वहां भी कूड़ा कचरा जलाने वालों को चिन्हित कर कार्रवाई शुरू की गयी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है