Education Department: सारण में शिक्षा विभाग का कार्यालय दिन में नहीं बल्कि रात में भी चल रहा है. अधिकारी से लेकर कर्मचारी तक सभी शाम 6:00 बजे से लेकर अगली सुबह 6:00 बजे तक काम करते हैं. सुनने में यह अजीब लग सकता है, लेकिन यह बिल्कुल सच है. जिला शिक्षा पदाधिकारी विद्यानंद ठाकुर हर रोज रात को जिले के सभी प्रखंडों के बीआरसी का निरीक्षण करने निकलते हैं. कई जगहों पर तो वे खुद बैठकर अपने निर्देशन में काम करवाते हैं. एक तरफ जिला शिक्षा पदाधिकारी के इस काम की हर तरफ सराहना हो रही है, वहीं दूसरी तरफ कर्मचारियों और अधिकारियों के परिवारों को इस प्रताड़ना का शिकार होना पड़ रहा है.
क्यों हो रहा है रात में काम ?
पूरे बिहार में शिक्षा विभाग सभी स्कूलों में नामांकित बच्चों का डाटा उनके आधार कार्ड के साथ ई-शिक्षा कोष पोर्टल पर दर्ज कर रहा है. इस मामले में सारण की स्थिति बहुत अच्छी नहीं थी और यह 38वें स्थान पर था. जिले की काफी फजीहत हो रही थी. अधिकारियों की क्लास लग रही थी. सबसे निचले पायदान पर होने के कारण जिले के अधिकारियों को अच्छा नहीं लग रहा था. ऐसे में जिला शिक्षा पदाधिकारी ने खुद स्थिति को सुधारने के लिए कमर कस ली और ‘हम नहीं सोएंगे तो आप भी नहीं सोएंगे’ की तर्ज पर शाम 6:00 बजे के बाद काम करने का फैसला लिया, जिसका नतीजा सामने आया और सारण नीचे से 10 पायदान ऊपर आ गया है यानी 28वें स्थान पर पहुंच गया है.
रात में काम करने का दूसरा बड़ा कारण
शिक्षा विभाग के अधिकारियों की मानें तो छात्रों की डाटा एंट्री रात में ही करायी जा रही है, क्योंकि दिन में नेटवर्क प्रॉब्लम रह रहा है. ऐसे में परेशानी हो रही है. रात में नेटवर्क प्रॉब्लम बिलकुल दुरुस्त रह रहा है और तेजी से काम निकल रहा है. रात में कार्यालय में बेवजह की भीड़ नहीं होती और काम करने में कोई परेशानी नहीं होती.
अभी तक की डाटा एंट्री की रिपोर्ट
- कल स्कूल सारण में 2758
- कल नामांकित छात्र 712224
- आधार कलेक्शन 342282
- आधार कलेक्शन प्रतिशत 48 फीसदी
- आधार जोड़ा गया 310128
- आधार जोड़ प्रतिशत 44 फीसदी
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क्या कहते हैं अधिकारी
जहां-जहां लापरवाही बरती जा रही है, वहां खुद जाकर डाटा एंट्री करवा रहा हूं. इस मामले में जिला काफी पीछे था, अब स्थिति सुधर रही है.
विद्यानंद ठाकुर, डीइओ