Chhapra News : परंपरा और आधुनिकता का संगम बना मेला, पहुंच रहा लोगों का हुजूम
Chhapra News : ऐतिहासिक पशु मेले के रूप में हरिहर क्षेत्र सोनपुर मेला की ख्याति आज भी बरकरार है. हालांकि आज पशुओं की बिक्री में कमी आयी है. वहीं सरकारी बंदिशों के कारण भी यहां के पशु मेले पर बड़ा फर्क दिखा है. लेकिन बीते एक दशक में सोनपुर मेला ने जिस प्रकार अपना कलेवर बदला है. उसने युवाओं को यहां तक आने के लिए मजबूर किया है.
छपरा.
ऐतिहासिक पशु मेले के रूप में हरिहर क्षेत्र सोनपुर मेला की ख्याति आज भी बरकरार है. हालांकि आज पशुओं की बिक्री में कमी आयी है. वहीं सरकारी बंदिशों के कारण भी यहां के पशु मेले पर बड़ा फर्क दिखा है. लेकिन बीते एक दशक में सोनपुर मेला ने जिस प्रकार अपना कलेवर बदला है. उसने युवाओं को यहां तक आने के लिए मजबूर किया है. सोनपुर मेला वर्ष 2023 के अंतर्गत पर्यटन विभाग के अनुसार करीब 40 लाख लोग इस मेले को देखने आये थे. इस बार 50 लाख से अधिक लोगों के आने की उम्मीद है. पिछले साल 70 फीसदी से अधिक युवा वर्ग ने मेला देखने में दिलचस्पी दिखायी. इस बार भी लाखों की संख्या में यहां युवा आ रहे हैं. अभी सोनपुर मेले में प्रतिदिन 50 से 60 हजार युवा पहुंच रहे हैं. जबकि वीकेंड में डेढ़ से दो लाख युवा वर्ग मेला देखने में दिलचस्पी दिखा रहा है. इस वीकेंड भी चार से पांच लाख लोगों के आने की उम्मीद है. युवा वर्ग को आकर्षित करने के लिए भी पूरी तैयारी की है. स्पोर्ट्स इवेंट मेला को बना रहे आकर्षक: नौकायन, फुटबॉल, कबड्डी, क्रिकेट, कुश्ती जैसे इवेंट्स इस मेले को अब आकर्षक बना रहे हैं. पिछले साल हाथियों का शाही स्नान नहीं हुआ था. इस बार भी शाही स्नान के लिए सुदूर ग्रामीण इलाकों से महावत अपने हाथियों को लेकर नहीं पहुंचें. हालांकि कला संस्कृति एवं युवा विभाग ने भी इस बार सांस्कृतिक मंच पर देश के नामचीन कलाकारों को अपनी प्रस्तुति देने के लिए न्योता भेजा है. बॉलीवुड के कई कलाकार भी इस बार मेले का आकर्षण बन रहे हैं. पिछले साल भी बॉलीवुड के कई दिग्गज अभिनेता व गायक गायिका मेले में पहुंचे थे. वहीं अब लोक संगीत को बढ़ावा देने के उद्देश्य से बिहार के लोक गायकों को भी अवसर दिया जा रहा है. सांस्कृतिक मंच के पंडाल में प्रतिदिन लाखों लोग जुटते हैं. समय बदला, तो कारोबार का भी बदला ट्रेंड: दो दशक पहले तक सोनपुर मेला में कारोबार का अलग ट्रेंड हुआ करता था. शादी ब्याह के आयोजन को लेकर यहां से लोग बड़ी संख्या में खरीदारी करते थे. अभी भी शादी विवाह की खरीदारी को लेकर आसपास के लोग सोनपुर मेला में आते हैं. हालांकि समय के हिसाब से यह ट्रेंड अब धीरे-धीरे बदल रहा है. सोनपुर मेला में अस्थायी रूप से कई शोरूम तैयार किये जाते हैं. जहां मोटरसाइकिल से लेकर चार पहिया वाहनों तक की बिक्री होती है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है