Bihar News: सारण में एक स्कूल वैन में अचानक आग लगने से वैन में सवार आठ बच्चे गंभीर रूप से घायल हो गये. वैन भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई. घटना शुक्रवार की दोपहर एनएच 331 पर बनियापुर थाना क्षेत्र के दधीबाढ़ी मोड़ के पास की बतायी जा रही है. स्थानीय लोगों ने आनन-फानन में कार का शीशा तोड़कर बच्चों को बाहर निकाला. जिसके बाद तुरंत सभी बच्चों को इलाज के लिए रेफरल अस्पताल बनियापुर लाया गया. जहां ड्यूटी पर मौजूद प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी एमएम जाफरी ने तुरंत इलाज शुरू किया और सभी घायल बच्चों के लिए पूरी व्यवस्था की.
आठ बच्चे झुलसे
चिकित्सा पदाधिकारी ने बताया कि आठ बच्चों के हाथ, पैर सहित अन्य अंग झुलस गये थे. जिनका प्राथमिक उपचार करने के बाद छह बच्चों को बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल छपरा रेफर कर दिया गया. जहां सभी घायल बच्चों का इलाज जारी है.
ये बच्चे हुए घायल
घायलों में कपिल यादव के आठ वर्षीय पुत्र अनीस कुमार एवं 10 वर्षीया पुत्री गुंजन कुमारी, आशीष कुमार, अजित शर्मा के 10 वर्षीय पुत्र आशु कुमार, आठ वर्षीय निखिल कुमार, संजीव कुमार के साढ़े चार वर्षीय पुत्र रौनक कुमार, पप्पू कुमार के सात वर्षीय पुत्र अंशु कुमार, सात वर्षीय अजित कुमार रेफरल अस्पताल पहुंचे थे.
20 से अधिक बच्चे थे वैन में
स्थानीय लोगों के मुताबिक स्कूल वैन में 20 से ज्यादा बच्चे सवार थे. इनमें से कुछ बच्चों का इलाज स्थानीय स्तर पर भी किया जा रहा है. इधर, बच्चों के सदर अस्पताल पहुंचते ही अफरा-तफरी का माहौल हो गया. आनन-फानन में सदर एसडीओ संजय कुमार राय, अस्पताल प्रबंधक राजेश्वर प्रसाद, डीपीएम अरविंद कुमार भी सदर अस्पताल पहुंचे, जहां उन्होंने घायल बच्चों के इलाज की जानकारी ली और आवश्यक निर्देश दिये.
परिजनों ने कहा सीट से अधिक बैठाये जा रहे बच्चे
परिजनों का आरोप है कि सभी बच्चे सहाजितपुर थाने के कोल्लुआ बाजार स्थित न्यू गुरुकुल शिक्षा निकेतन के छात्र हैं. जिन्हें स्कूल की छुट्टी होने के बाद स्कूल प्रबंधन द्वारा घर भेजा जा रहा था. जहां स्कूल प्रबंधन की लापरवाही के कारण इस तरह की घटना घटी. अभिभावकों का आरोप है कि आग लगने के बाद वैन चालक मौके से भाग गया. जिसके बाद स्थानीय दुकानदारों द्वारा बच्चों को बचाने का प्रयास किया गया. यदि समय रहते बच्चों को बाहर नहीं निकाला जाता तो बड़ा हादसा हो सकता था.
स्थानीय लोगों में आक्रोश
घटना के बाद से स्थानीय लोग काफी आक्रोशित हैं. लोगों का आरोप है कि बनियापुर प्रखंड के प्रायः सभी निजी विद्यालयों द्वारा नामांकन से लेकर मासिक फी और किताब, ड्रेस से लेकर ट्रांसपोर्ट फी तक में मोटी राशि की उगाही की जा रही है. बावजूद इसके बच्चों को सुविधा प्रदान करने के नाम पर लापरवाही से काम लिया जा रहा है. एक तरफ खटारा वाहनों से बच्चों को घर से विद्यालय तक लाया जाता है.
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