बिहार में पिछले कुछ दिनों से भीषण गर्मी पड़ रही है. राज्य के विभिन्न जिलों में लू के कारण कई लोगों की मौत हो चुकी है. छपरा के रिविलगंज में गर्मी के साथ-साथ डायरिया ने भी लोगों को परेशान कर रखा है. यहां नगर पंचायत क्षेत्र के गोदना में चार दिनों में डायरिया से चार लोगों की मौत हो गई। कई लोग अभी भी अस्पताल में भर्ती हैं.
डायरिया से चार लोगों की मौत
सोमवार की देर रात गोदना मोड़ निवासी 45 वर्षीय हरिद्वार साह ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. इसके पहले तीन अन्य लोगों ने भी डायरिया से जान गंवा दी थी. जिसमें गोदना निवासी पंकज पंडित की 32 वर्षीय पत्नी किरण देवी, अब्बास अंसारी के 15 वर्षीय पुत्र शाहिद खान एवं 65 वर्षीय प्रभु राय शामिल थे.
मृतक हरिद्वार साह आर्थिक रूप से कमजोर व्यक्ति थे. वह शादी-ब्याह में काम कर, अष्टजाम में झाल बजाकर तथा सड़क किनारे गट्टा बेचकर अपने परिवार का भरण-पोषण करता थे. उनकी मौत से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है.
तीन दिनों से लगा है मेडिकल कैंप
बढ़ते डायरिया के मरीजों को देखते हुए रिविलगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ राकेश के नेतृत्व में डायरिया प्रभावित इलाका गोदना में पिछले तीन दिनो से मेडिकल कैंप लगाया गया है. जहां डायरिया का मरीजों इलाज चल रहा है.
मंगलवार को 12 मरीज आये इलाज के लिए
मंगलवार की दोपहर तक डायरिया से पीड़ित 12 मरीज इलाज के लिए शिविर में आए. जबकि छह मरीज शिविर में पहले से भर्ती थे. उनका इलाज किया जा रहा है. इसके अलावा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अस्पताल में एक दर्जन से अधिक डायरिया के मरीज भर्ती पाए गए. दो मरीजों की हालत खराब देखते हुए उन्हें सदर अस्पताल छपरा रेफर कर दिया गया.
मरीजों की संख्या में आ रही कमी
मेडिकल कैंप में तैनात एएनएम रागनी कुमारी ने कहा की पहले की तुलना में मरीजों की संख्या में कमी आयी है. फिलहाल मेडिकल कैंप में 12 मरीजों का उपचार हो चुका है. छह मरीज भर्ती है. जबकि प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी ने कहा की मरीजों की संख्या में धीरे धीरे कमी आ रही है. उन्होंने ने कहा की डायरिया से निबटने के लिए सभी जरूरी व्यवस्थाएं उपलब्ध हैं.
चिकित्सा शिविर में तैनात एएनएम रागिनी कुमारी ने बताया कि पहले की अपेक्षा मरीजों की संख्या में कमी आई है. फिलहाल चिकित्सा शिविर में 12 मरीजों का इलाज किया गया है. छह मरीज अभी भी भर्ती हैं. वहीं प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी ने बताया कि मरीजों की संख्या धीरे-धीरे कम हो रही है. उन्होंने बताया कि डायरिया से निपटने के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं उपलब्ध हैं.
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