दिघवारा में गंगा खतरे के निशान से तीन सेमी ऊपर बह रही

बाढ़ का पानी दिघवारा-शेरपुर सिक्सलेन निर्माण कंपनी के बेसकैंप में घुसा, कामकाज ठप, मजदूर व कर्मियों को भेजा जा रहा है सुरक्षित स्थान पर

By Prabhat Khabar News Desk | September 18, 2024 11:02 PM

दिघवारा. दिघवारा में गंगा नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है. गंगा का उफान जारी है. प्रखंड के निचले इलाकों में तेजी से गंगा का पानी प्रवेश करने से कई इलाके जलमग्न हो गए हैं, जिससे लोगों की परेशानियां बढ़ी हैं. गंगा से सटे निचले इलाकों में पानी के तेजी से प्रवेश कर जाने के कारण लोग अब सुरक्षित स्थानों की तरफ पलायन करने लगे हैं. जलस्तर में वृद्धि होने से दिघवारा-शेरपुर सिक्स लेन सड़क पुल के निर्माण कार्य में लगी एसपी सिंगला प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के बेस कैंप में भी बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है, जिसके चलते अब इस बेस कैंप को खाली किया जा रहा है. मंगलवार की सुबह से इस कैंप में काम बंद हो गया है. वहीं, मजदूरों को दूसरे प्लांट में शिफ्ट किया जा रहा है. कुछ मजदूर अपने घरों को लौट गए हैं. मंगलवार को दिनभर कर्मियों को नाव से रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थान तक पहुंचाया गया. कैंप में बाढ़ का पानी घुसने से कंपनी को मैटेरियल और कीमती सामानों के भारी नुकसान पहुंचने की आशंका है. आमी मंदिर जाने के निचले रास्ता पर चढ़ा बाढ़ का पानी गंगा नदी में जलस्तर में वृद्धि होने के साथ ही बुधवार की सुबह बाढ़ का पानी मां अंबिका भवानी मंदिर जाने के निचले रास्ते पर चढ़ गया और मंदिर के पीछे की दलित बस्ती पूरी तरह डूब गयी. इस रास्ते पर पानी के चढ़ जाने से मंदिर जाने के निचले रास्ते पर वाहनों का आवागमन बंद हो गया है. मंदिर के पीछे मां अंबिका भवानी गंगा घाट और कर्मवारी पट्टी के समीप नमामि गंगे घाट पर भी पानी के तेजी से बढ़ने के कारण अब इन दोनों घाटों पर खतरनाक स्थिति उत्पन्न हो गयी है. दोनों घाटों पर आस्था की डुबकी लगाना खतरे से खाली नहीं है. वहीं, रामपुर आमी पंचायत के मथुरापुर में भी बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है. उत्क्रमित मध्य विद्यालय मथुरापुर परिसर में बाढ़ का पानी प्रवेश कर जाने से विद्यार्थियों के मुश्किलें बढ़ी है. झौवा से लेकर रामदासचक तक बढ़ा है पानी का दबाव दो दिनों से गंगा के जलस्तर में हो रही वृद्धि के कारण झौवा से लेकर रामदासचक तक गंगा से सटे क्षेत्रों में पानी का दबाव तेजी से बढ़ रहा है. कई जगह जलमग्न हो गई हैं. गंगा पार के अकिलपुर पंचायत के कई गांवों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर जाने से लोग सुरक्षित स्थानों पर पलायन करने लगे हैं. फसलों को बाढ़ के पानी से नुकसान पहुंचा है. इस पंचायत के लोग दिघवारा और दानापुर में सुरक्षित आसरा ढूंढने लगे हैं. नगर के शंकरपुर रोड के नीचे बाढ़ का पानी तेजी से सड़क पर चढ़ गया है. इसके अलावे ईशुपुर, मानूपुर,बगही, सैदपुर, चकनूर, राईपट्टी, बसतपुर, बरबन्ना, मलखाचक, पिपरा घाट एवं रामदासचक आदि जगहों पर गंगा के किनारे रहने वाले लोगों की मुश्किलें भी बढ़ गयी हैं. कई जगहों पर गंगा से सटे निचले इलाकों में तेजी से पानी प्रवेश कर रहा है. प्रशासन मुस्तैद है गंगा के जलस्तर में तेजी से वृद्धि हुई है. गंगा खतरे के निर्धारित निशान से तीन सेंटीमीटर ऊपर बह रही है. क्षेत्र के कई निचले इलाकों में पानी प्रवेश कर गया है. जगह-जगह जाकर स्थिति का आकलन किया जा रहा है. नाव चलाने व पीएचइडी को चलंत शौचालय बनवाने समेत कई आवश्यक निर्देश दिए गए हैं. प्रशासन पूरी तरह से सजग और मुस्तैद है. मिट्ठू प्रसाद, सीओ, दिघवारा

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