छपरा (सदर). कोरोना वायरस के संक्रमण के दौरान आपातकालीन स्थिति में भी अपनी ड्यूटी को नजरअंदाज करने वाले बिहार सरकार के चार चिकित्सकों से स्वास्थ्य विभाग के सचिव ने जवाब-तलब किया है. विभाग के सचिव अनिल कुमार ने जारी पत्र में लिखा है कि सरकार के निर्देश के बावजूद ड्यूटी से गायब रहना दायित्वों के निर्वहन में लापरवाही है. ऐसी स्थिति में चिकित्सकों से तीन दिनों के अंदर जवाब देने को कहा है. अपने पत्र में सरकार के सचिव ने यह भी लिखा है कि क्यों नहीं इन चिकित्सकों के विरुद्ध आपदा प्रबंधन एक्ट 2005 और महामारी डिजिट एक्ट के सुसंगत धाराओ के अंतर्गत कार्रवाई की जाये.
सारण जिले के जीन चार चिकित्सकों से जवाब-तलब किया गया है. उनमें अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के डेरनी सारण के डॉ साहीना तबस्सुम, दिघवारा प्रखंड के डॉ तारकेश्वर सिंह, दिघवारा प्रखंड के गोराइपुर स्वास्थ्य केंद्र की डॉ जुली कुमारी, दिघवारा प्रथमिक स्वास्थ्य केंद्र के डॉ मनोज कुमार शामिल है. बताया जाता है कि 31 अगस्त के बाद से लगातार ड्यूटी पर गायब रहने वाले विभिन्न जिलों के 76 चिकित्सा पदाधिकारी गायब पाये गये है. इनसे सरकार ने जवाब-तलब किया है.
सिविल सर्जन डॉ मधेश्वर झा ने बताया कि पूर्व में भी ड्यूटी से गायब रहने वाले चिकित्साकर्मियों और चिकित्सकों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई करने के साथ सरकार को भी अनुशंसा की गयी है. उधर डीएम सुब्रत कुमार सेन के द्वारा भी ड्यूटी से गायब रहने वाले विभिन्न प्रखंडों के नौ सीडीपीओ के अलावा इसुआपुर प्रखंड के चिकित्सक और अन्य कर्मियों से भी स्पष्टीकरण मांगा गया है.