सारण में Street Food खाने से 25 लोगों की तबीयत बिगड़ी, पुलिस ने दुकानदार को हिरासत में लिया
सारण जिला के एक गांव में स्ट्रीट फूड खाने के बाद 25 लोग बीमार हो गए. सभी को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया. पुलिस ने मामले में कार्रवाई करते हुए दुकानदार को हिरासत में ले लिया है और खाने के सैंपल को जांच के लिए भेज दिया है.
सारण जिले के दरियापुर प्रखंड क्षेत्र के विश्वंभरपुर गांव में सड़क किनारे दुकान से छोले (Street Food) खाने से 25 से अधिक लोग बीमार पड़ गए. छोले खाने के कुछ ही देर बाद तबीयत बिगड़ने पर सभी बीमार महिलाओं और बच्चों को सीएचसी लाया गया और इलाज शुरू किया गया. सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर अचानक इतनी बड़ी संख्या में बीमार महिलाओं और बच्चों के पहुंचते ही हड़कंप मच गया. प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. सत्येन्द्र कुमार व डॉ. सब्बीर अहमद इलाज की व्यवस्था में जुट गये. तत्काल स्लाइन की व्यवस्था शुरू कर दी गयी. जिससे खतरा टल गया. जानकारी मिलने के बाद डेरनी थाना की पुलिस भी मौके पहुंची और पड़ताल शुरू कर दी. वहीं छोला बेचने वाले दुकानदार को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की गयी है. साथ ही बचे हुए छोला को जब्त करके जांच कराने के लिए लैब भेज दिया गया.
Street Food से ये हुए फूड प्वाइजनिंग का शिकार
बीमार बच्चों व महिलाओं में छह वर्ष के संदीप कुमार, तीन वर्ष युवराज कुमार, 20 वर्षीय प्रियंका कुमारी, 15 वर्षीय अंशु कुमारी, 15 वर्षीय सीता कुमारी, चार वर्षीय अमिता कुमारी, छह वर्षीय शिवानी कुमारी, 24 वर्षीय पूनम देवी, सात वर्षीय श्रीकांत कुमार, 12 वर्षीय सिमरन कुमारी, 10 वर्षीय गुड़िया कुमारी, 12 वर्षीय पुतुल कुमारी, तीन वर्षीय ज्योति कुमारी,आठ वर्षीय अनु कुमारी, 23 वर्षीय अजय कुमार, 55 वर्षीय मोनिका देवी, 29 वर्षीय रेखा देवी, 10 वर्षीय मुन्नी कुमारी, तीन वर्षीय रितिक कुमार, सात वर्षीय माधुरी, छह वर्षीय तीजी, तीन वर्षीय खुशी कुमारी, 46 वर्षीय सिंधु कुमारी, सात वर्षीय अनमोल कुमार, 57 वर्षीय सोनपती देवी, दो वर्षीय राधा कुमारी शामिल हैं. चिकित्सकों ने बताया कि जांच व इलाज के बाद दवा देकर सभी को घर भेज दिया गया है. उक्त सभी बीमारों की हालत अब ठीक है. सभी को अस्पताल से डिचार्ज कर दिया गया है.
स्वास्थ्य विभाग व प्रशासन दिखा सजग
इस घटना के बाद स्थानीय पुलिस, सीएचसी में पदस्थापित सभी चिकित्सक अलर्ट दिखे. स्वास्थ्य प्रबंधक रवीश कुमार व लैब टेक्नीशियन पटेल तथा एम्बुलेंस चालक चुन्नू लाल प्रसाद, प्रवीण कुमार तथा अमलेश कुमार राय बीमारों को देखभाल में जुटे रहे. इस घटना की सूचना जिला पदाधिकारी की मिली तो उन्होंने भी प्रभारी चिकित्सा प्रभारी से जानकारी ली.
सोनपुर एसडीओ कुमार निशांत विवेक व एसडीपीओ भी सीएचसी पहुंचकर सभी बीमार लोगों को हाल चाल लिया और काफी देर तक बीमारों पर नजर बनाये रखे हुए थे. प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ सत्येन्द्र कुमार ने बताया कि फूड प्वाइजनिंग के कारण ये सभी बीमार हुए हैं. छोला की जांच की जायेगी तब पता चलेगा कि वास्तविकता क्या थी.
सीएस के निर्देश पर फुट सेफ्टी की टीम ने पहुंचकर की खाद्य पदार्थो की जांच
मामले में डीएम अमन समीर तथा सिविल सर्जन डॉ सागर दुलाल सिन्हा तथा सोनपुर एसडीओ कुमार निशांत विवेक के निर्देश पर फुड सेफ्टी की टीम ने खाद्य संरक्षा पदाधिकारी सह अभिहित पदाधिकारी नारायण राम के नेतृत्व में डेरनी थाने में जब्त किये गये ठेले पर बेची गयी खाद्य सामग्रियों के नमूने जब्त किए. खाद संरक्षा पदाधिकारी के अनुसार छोला, मिक्स भूजा तथा भिगोये चना के तीन अलग-अलग नमूने जब्त कर जांच के लिए राज्यस्तरीय खाद्य प्रयोगशाला में भेजा जा रहा है. जांच के दौरान नितेश कुमार, विष्णु कुमार सिंह आदि फुड शेफ्टी विभाग के कर्मी मौजूद थे.
Also Read: छपरा में शादी समारोह से घर लौट रहे युवक की चाकू गोदकर हत्या