इमरजेंसी वार्ड में हर 10 मिनट में एडमिट हो रहे लू पीड़ित मरीज
पूरा जिला हीट वेव की चपेट में, पारा 43 डिग्री के पार, लोग पड़ रहे हैं बीमार, कड़ी धूप व तेज गर्म हवा ने बढ़ायी मुश्किलें.
छपरा. पूरा जिला हीट वेव की चपेट में है. सुबह आठ बजे ही तापमान 43 डिग्री को पार कर जा रहा है. वहीं दिनभर तेज गर्म हवाएं चल रही हैं. लोग कड़ी धूप व लू की चपेट में आकर बीमार पड़ रहे हैं. सदर अस्पताल के इमरजेंसी विभाग में हर 10 मिनट में लू से पीड़ित एक मरीज को एडमिट किया जा रहा हैं. मंगलवार को दोपहर एक बजे तक 17 मरीज लू की चपेट में आकर इमरजेंसी विभाग में इलाज के लिए पहुंचे. जिनमें से तीन मरीजों को गंभीर स्थिति में हीट वेव वार्ड में शिफ्ट किया गया. वहीं अन्य मरीजों को इमरजेंसी विभाग के ही वार्ड में रखा गया. हीट वेव की चुनौतियों को लेकर अस्पताल भी अलर्ट मोड में है. सुबह, दोपहर, शाम व रात के शिफ्ट में दो-दो चिकित्सकों की ड्यूटी इमरजेंसी विभाग के लिए निर्धारित कर दी गयी है. वहीं ओपीडी के चिकित्सकों को भी गाइडलाइन जारी किया गया है. दिन में कड़ी धूप होने के कारण ओपीडी में मरीजों की संख्या घटी है. लेकिन लू की चपेट में आकर मरीज अपने परिजनों के साथ सुबह के शिफ्ट में इलाज करने के लिए पहुंच रहे हैं. सभी चिकित्सकों को निर्धारित समय पर अपने-अपने विभाग में मौजूद रहने का निर्देश दिया गया है. वहीं ओपीडी व इमरजेंसी में सभी दवाएं पर्याप्त मात्रा में स्टॉक कर ली गयी हैं. लू पीड़ित मरीजों को ओआरएस भी उपलब्ध कराया जा रहा है. शहर के लगभग सभी निजी क्लिनिको में भी लू पीड़ित मरीजों की संख्या बढ़ गयी है. खासकर जिन क्लिनिक में इमरजेंसी वार्ड बनाया गया है. वहां लगभग सभी बेड पर मरीज इस समय एडमिट हैं. कुछ मरीजों को तो गंभीर स्थिति में निजी क्लीनिक के आइसीयू में भी शिफ्ट किया गया है. चिकित्सकों का कहना है कि इस समय गर्मी चरम पर है. दिनभर गर्म हवाएं चल रही हैं. थोड़ी सी असावधानी बरतने पर लोग लू की चपेट में आ सकते हैं.
गर्म हवा चलने से सांस लेने में भी तकलीफ
सुबह आठ बजे से ही तेज गर्म हवा चलने लग रही है. जिसका असर शाम सात से आठ बजे तक दिख रहा है. ऐसे में लोगों को गर्म हवा के बीच सांस लेने में भी मुश्किल हो रही है. लोग दिन भर घर की खिड़कियां बंद कर रख रहे हैं. वहीं जिन इलाकों में निर्माण कार्य चल रहा है. वहां गर्म हवा के साथ अधिक मात्रा में धूल उड़ने से भी परेशानी बढ़ गयी है. हालांकि नगर निगम द्वारा सुबह-शाम के शिफ्ट में निर्माण वाले इलाकों में पानी का छिड़काव कराया जा रहा है. जिससे थोड़ी राहत जरूर मिली है. हृदय रोगियों को भी समस्या बढ़ गयी है.
स्कूल से घर लौटने के क्रम में बीमार हो रहे बच्चे
हीट वेव को लेकर जिला प्रशासन भी अलर्ट मोड में है. स्कूलों की टाइमिंग में सुधार के लिए पूर्व में ही डीएम अमन समीर निर्देश जारी किया है. हालांकि 11 बजे के बाद स्कूल की छुट्टी होने पर जब बच्चे घर लौट रहे हैं. तब काफी कड़ी धूप रह रही है और लू भी तेज चल रही है. ऐसे में बच्चे बीमार पड़ रहे हैं. जिससे विभागों की चिंता बढ़ गयी है. खासकर वैसे बच्चे जो स्कूल वैन से घर जाते हैं. उन्हें घर जाते-जाते एक से डेढ़ घंटे लग जा रहे हैं. ऐसे में अभिभावकों को बच्चों के बीमार होने का डर सता रहा है. कई बच्चे बीमार पड़ भी जा रहे हैं. कड़ी धूप के कारण स्कूलों में उपस्थित भी प्रभावित हुई है.
जरूरी होने पर ही घर से निकलें
इस समय लू का असर अधिक है. ऐसे में आवश्यकता पड़ने पर ही घरों से बाहर निकलना चाहिये. चिकित्सकों का कहना है कि घर से बाहर निकलने से पहले भरपेट पानी पीकर ही निकलें. वहीं सिर को ढककर ही बाहर निकलना चाहिये. फलों का सेवन इस समय काफी जरूरी है. ज्यादा से ज्यादा पानी पीना चाहिये. कड़ी धूप से आकर तुरंत एसी या कूलर में नहीं बैठना चाहिये. लू के लक्षण दिखते ही अविलंब चिकित्सक से संपर्क करना चाहिये.
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