ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन व तेज रफ्तार पर नहीं लग रही है रोक, हो रहे हादसे

शहर की सड़कों पर अधिकतम 25 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से वाहन चलाने की सीमा निर्धारित की गयी है. वहीं स्कूल-कॉलेज व रिहायशी इलाकों के आसपास 20 किमी प्रतिघंटा रफ्तार होनी चाहिये.

By Prabhat Khabar News Desk | July 25, 2024 9:42 PM
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छपरा ण्श हर की सड़कों पर अधिकतम 25 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से वाहन चलाने की सीमा निर्धारित की गयी है. वहीं स्कूल-कॉलेज व रिहायशी इलाकों के आसपास 20 किमी प्रतिघंटा रफ्तार होनी चाहिये. हालांकि अधिकतर वाहन चालक निर्धारित गति सीमा का पालन नहीं करते. जिससे शहर की सड़कों पर आये दिन छोटी-बड़ी सड़क दुर्घटनाएं होते रहती हैं. शहर के मुख्य मार्गों की बात कौन करे चौक-चौराहों तथा गली-मुहल्लों में भी अनियंत्रित गति से वाहन चलायी जा रही है. ऐसे में सड़क पार करने के दौरान दुर्घटनाओं की संख्या बढ़ गयी है. स्कूल-कॉलेज के बच्चों को भी सड़क पार करने में डर लगता है. चौक-चौराहों पर भी लोगों को कई मिनट तक सड़क पार करने के लिए इंतजार करना पड़ता है. उसके बावजूद भी चालक स्पीड कम नहीं करते. बाइक, ऑटो व इ रिक्शा चालक तोड़ रहे नियम : शहर के ज्यादातर इलाकों में इ-रिक्शा, ऑटो व बाइक चालकों का रफ्तार पर कंट्रोल नहीं दिखता है. एक दूसरे से आगे निकलने की होड़ में वाहन चालक कई बार तेज गति में ओवर टेकिंग करते हैं. जिस कारण सामान्य गति में चल रहे लोगों को काफी मुश्किल होती है. ओवरटेकिंग की सर्वाधिक प्रतिस्पर्धा शहर के ऑटो व इ रिक्शा चालकों में देखी गयी है. ऑटो में बैठने वाले लोग अपनी जान हथेली पर रख कर अपनी यात्रा पूरी करते हैं. वाहन चलाते वक्त युवाओं में स्पीड पर कंट्रोल नही होता. वहीं शहर के सड़कों पर ऐसे कई चालक देखे जा सकते हैं जो कम उम्र में ही ऑटो, ट्रैक्टर, स्कार्पियो, बोलेरो जैसे वाहन चला रहे हैं. यह चालक भी यातायात नियम का पालन नहीं करते और स्कूल कॉलेजों तथा चौक-चौराहों पर स्पीड में कमी नहीं लाते हैं. जिससे आये दिन दुर्घटना बढ़ रही है. कई जगह लगा है साइन बोर्ड, फिर भी नहीं कम करते स्पीड : शहर के मुख्य मार्ग से सटे कई स्कूल व कॉलेज हैं. यहां बच्चों को स्कूल जाने और वापस आने के क्रम में रोजाना सड़क पार करना पड़ता है. ऐसें में वाहन चालकों की रफ्तार के आगे सुरक्षित सड़क पार करना एक चुनौती बनी रहती है. स्कूल के बड़े बच्चे तो सड़क पर कर लेते हैं. लेकिन छोटे बच्चों को काफी देर तक सड़क खाली होने का इंतजार करना पड़ता है. कुछ प्रमुख स्कूल कॉलेज व चौक-चौराहों के पास गति नियंत्रण का बोर्ड भी लगा है. साथ ही यातायात पुलिस को भी तैनात किया गया है. लेकिन इसके बाद भी रफ्तार में कमी आती नहीं दिख रही है. यातायात थानाध्यक्ष रामबालक यादव से पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि अधिक स्पीड में बाइक या दूसरी गाड़ियां चलाने वालों को रोककर उन पर कार्रवाई होती है. कई जगहों पर चेक पोस्ट बनाया गया है और बैरिकेडिंग भी करायी गयी है.

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