Chhapra News : 50-50 बेड के वृद्धजन आश्रय स्थल के लिए कर्मियों की बहाली शुरू
Chhapra News : जिला मुख्यालय में बन रहे वृद्ध जन आश्रय स्थल के लिए कर्मियों की बहाली की प्रक्रिया शुरू हो गयी है. जैसे ही बहाली की प्रक्रिया पूरी हो जायेगी यह योजना काम करने लगेगी और अपने परिवारजनों से तिरस्कृत होकर दर दर की ठोकर खाने वाले वृद्ध जनों के लिए टेंशन समाप्त हो जाएगा.
छपरा. जिला मुख्यालय में बन रहे वृद्ध जन आश्रय स्थल के लिए कर्मियों की बहाली की प्रक्रिया शुरू हो गयी है. जैसे ही बहाली की प्रक्रिया पूरी हो जायेगी यह योजना काम करने लगेगी और अपने परिवारजनों से तिरस्कृत होकर दर दर की ठोकर खाने वाले वृद्ध जनों के लिए टेंशन समाप्त हो जाएगा. इन्हें सभी सुविधाओं से लैस आश्रय स्थल रहने के लिए मिलेगा. आत्मनिर्भर बिहार के सात निश्चय-2 के तहत 50-50 बेड के दो वृद्धजन आश्रय स्थल बनाये जा रहे हैं. इसके लिए छपरा नगर निगम के नगर आयुक्त ने सुनील कुमार पांडे ने पहल शुरू कर दी है.
इन कर्मियों की होगी बहाली
वृद्धजन आश्रय स्थल के संचालन के लिए कर्मियों की बहाली शुरू हो गयी है और अखबार के माध्यम से विज्ञापन निकालकर आवेदन मांगी गयी है. जिन पदों पर बहाली होनी है उनमें कार्यालय अधीक्षक लेखपाल, केयरटेकर, सुरक्षा प्रहरी और नाई के पद है. इनके लिए आवश्यक योग्यता भी निर्धारित की गयी है जिसे विज्ञापन के माध्यम से देखा जा सकता है.इतनी राशि होगी खर्च
मुख्यमंत्री वृद्धजन आश्रय स्थल योजना के तहत दोनों आश्रय स्थल के निर्माण के लिए 53 लाख 17 हजार आवंटित किया गया है. दोनों आश्रय स्थल का निर्माण अगस्त के अंत तक पूरा होने की उम्मीद है. नगर विकास एवं आवास विभाग के तहत वृद्धजन आश्रय स्थल पर जरूरतमंद बुजुर्गो को रहने, भोजन के साथ-साथ चिकित्सा, मनोरंजन, योग जैसी सुविधा उपलब्ध कराई जायेगी.गरिमा पूर्ण कटेगी जिंदगी
इस योजना के तहत वृद्धि जनों को गरिमापूर्ण जीवन-यापन में सहायता प्रदान की जाएगी. बुजुर्गों को आजीविका के लिए क्षमता वर्धन व अन्य क्रियाकलाप में उनकी भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी. आने वाले समय में सरकार की योजना यह भी है किजिला मुख्यालय के अलावा अनुमंडलों में 50 बेड का एक आश्रय स्थल का निर्माण कराया जायेगा.
किराया में भी चल सकता है आश्रय स्थलशहरी क्षेत्र के निराश्रित, उपेक्षित, बेसहारा एवं अन्य वरिष्ठ नागरिकों को रहने सहित अन्य सुविधाओं के लिए आश्रय स्थल का निर्माण सरकारी या भाड़े के भवन में शीघ्र ही शुरु करने का निर्देश दिया गया है. फिलहाल नगर निगम जमीन की तलाश में है और अपना भवन खुद बनाने की तैयारी में जुटा है. निगम के पास निज जमीन होने से 50_50 बेड का एक आश्रय स्थल बनाने में आसानी होगी. इसकी तैयारी शुरु कर दिया है. नगर आयुक्त सुनील कुमार पांडे ने निर्माण होने वाले आश्रय स्थल के लिए नगर निगम की जमीन की खोज शुरू कर दी है.यह होगी सुविधा
-बुजुर्गों के रहने, खाने, चिकित्सा, मनोरंजन, योग आदि की मिलेगी सुविधा-दोनों आश्रय स्थल के निर्माण के लिए 53 लाख 17 हजार आवंटित-मुख्यमंत्री वृद्धजन आश्रय स्थल योजना के तहत राशि हुई आवंटित
क्या कहते हैं अधिकारी
वृद्धजन आश्रय स्थल का निर्माण शीघ्र ही शुरू किया जायेगा. अब कर्मियों की बहाली की प्रक्रिया चल रही है. आश्रय स्थल पर रहने बुजुर्गों को जलपान, भोजन व चाय की सुविधा होगी.आश्रय स्थल में शहर के कोई भी बुजुर्ग रह सकते हैं. जमीन की तलाश हो रही है.सुनील कुमार पांडे, नगर आयुक्त, नगर निगम
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