Sonepur Mela: राजस्थान-पंजाब से सोनपुर मेले में आने लगे खास नस्ल के घोड़े, लाखों में है कीमत

Sonepur Mela: विश्व प्रसिद्ध सोनपुर मेला में विभिन्न प्रांतों से आए घोड़े लोगों के लिए प्रमुख आकर्षण का केंद्र होते हैं. इस बार भी पंजाब-राजस्थान जैसे राज्यों से घोड़ों का आना शुरू हो गया है.

By Anand Shekhar | November 12, 2024 4:47 PM
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Sonepur Mela: विश्व प्रसिद्ध हरिहर क्षेत्र सोनपुर में लगने वाला ऐतिहासिक मेला बुधवार की शाम से शुरू हो रहा है. राज्य के दोनों डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा इसका उद्घाटन करेंगे. गंगा और गंडक नदी के तट पर लगने वाले इस मेले में खेल, तमाशे, झूले और तमाम मनोरंजन के बीच घोड़ों का बाजार बेहद खास होता है. इसके लिए मेले में विभिन्न राज्यों से अलग-अलग नस्ल और रंग के घोड़े आने शुरू हो गए हैं.

राजस्थान-पंजाब से आते हैं खास नस्ल के घोड़े

सोनपुर मेला घोड़ों के बहुत बड़े बाजार के रूप में जाना जाता है. यहां खास तौर पर राजस्थान, पंजाब और उत्तर प्रदेश से खास नस्ल के घोड़े आते हैं, जो दो से तीन लाख रुपये में बिकते हैं. सिंध कच्छ और कई देशी नस्लों के घोड़ों की भी यहां मांग रहती है. घोड़ों के रंग का भी खास महत्व होता है. काले और सफेद रंग के अलावा कई अन्य रंगों के घोड़ों की यहां खूब मांग रहती है.

लगाए जा रहे दुकान और थिएटर

मेले में दुकानों का बाजार भी लगाया जा रहा है. यहां हर घरेलू सामान उपलब्ध है. खाने-पीने की चीजों से लेकर लकड़ी के सामान और चक्की के पत्थर तक सब कुछ यहां मिलेगा. मनोरंजन के लिए तरह-तरह के छोटे-बड़े झूले, थिएटर और छोटे-छोटे खेल-तमाशे लगाए जा रहे हैं. जिसकी तैयारियां अभी भी जारी हैं.

सोनपुर मेला में लगा रहा झूला

तीन-तीन वैष्णो देवी गुफा का हो रहा निर्माण

मेला में इस वर्ष वैष्णो देवी की तर्ज पर तीन-तीन मंदिर और गुफा का निर्माण किया जा रहा है. यहां आने वाले लोगों को कुछ समय के लिए माता वैष्णो देवी के दर्शन का अनुभव होगा. मेले में साधु-संतों का आना शुरू हो गया है. मेले को लेकर सुरक्षा के भी सभी इंतजाम किए गए हैं. चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात रहेगा. मेला क्षेत्र में सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं. गंगा स्नान के लिए आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए विशेष तौर पर गोताखोरों की भी तैनाती की गई है. पेयजल आदि की भी व्यवस्था की गई है.

स्नान के लिए घाट नहीं है तैयार

बुधवार को मेले का उद्घाटन होना है, इसके बावजूद पहलेजाघाट अभी स्नान के लिए पूरी तरह तैयार नहीं है. कालीघाट से हरिहरनाथ मंदिर जाने वाली सड़क भी सही हालत में नहीं है. कई जगहों पर नाले का पानी सड़क पर फैल जाने से आम लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

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सरकारी प्रदर्शनी भी नहीं है तैयार

मेले में लगने वाली सरकारी और गैर सरकारी प्रदर्शनियां अभी तक तैयार नहीं हुई हैं. सरकारी प्रदर्शनियों में लोगों को सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी मिलती है. सरकारी प्रदर्शनियां और स्टॉल समय पर तैयार नहीं होने के कारण कई लोग मेले में आते हैं और मेला देखने के बाद लौट जाते हैं. लेकिन वे सरकार की कल्याणकारी योजनाओं को जानने और समझने से वंचित रह जाते हैं. अगर मेले के उद्घाटन के दिन सरकारी प्रदर्शनियां आम लोगों के लिए भी खोल दी जाएं तो इससे कई लोगों को फायदा होगा.

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