छपरा (सदर) : कोरोना वायरस के संक्रमण के मद्देनजर कारा विभाग के कारा महानिरीक्षक ने मंडल कारा के एक सौ बंदियों को दूसरे कारा में स्थानांतरित करने का पुन: आदेश दिया है. ऐसी स्थिति में सरकार के आदेश के आलोक में नये बंदियों को उपकारा बगहा भेजने के लिए काराधीक्षक मनोज कुमार सिन्हा ने गुरुवार को सभी आवश्यक तैयारियां की जा रही थी. मालूम हो कि गत सोमवार व बुधवार को मंडल कारा से 97 बंदियों को बगहा उपकारा में भेजा जा चुका है. परंतु अभी भी मंडल कारा में बंदियों के ज्यादा संख्या कारा प्रशासन के लिए समस्या बनी हुई है.
शहर के मध्य में कारा के स्थित होने तथा वार्डों की कम संख्या होने के कारण परेशानी बढ़ी है. इन विचाराधीन बंदियों को कारा प्रशासन के निर्देश पर तीन माह के लिए स्थानांतरित किया जा रहा है. ऐसी स्थिति में यदि इनसे जुड़े मामलों की सुनवाई न्यायालय में होती है तो इनके प्रोडक्सन में भी एक ओर जहां कारा प्रशासन में समस्या होगी. वहीं परिजनों से 25 दिनों से मुलाकाती पर रोक होने के कारण बंदियों में भी परेशानी देखी जा रही है.
30 से 35 फीसदी बंदी शराब पीने, बेचने या परिवहन के मामले के मंडल कारा में 97 बंदियों के स्थानांतरण के बाद अभी भी 1150 बंदी है. जबकि बंदियों को रखने की क्षमता 724 है. यदि नये आदेश से एक सौ बंदी अगर दूसरे कारा में स्थानांतरित भी कर दिये जाते है तो बंदियों की संख्या अभी भी 1050 के करीब रहेगी. प्रतिदिन औसतन एक से डेढ़ दर्जन बंदी प्रतिदिन कारा में आते है. इनमें अभी तक प्राप्त आंकड़ों के अनुसार 335-40 बंदी शराब पीने, बेचने या परिवहन के मामले में बंद है. सरकार के द्वारा चार वर्ष पूर्व पूरे बिहार में शराबबंदी लागू की गयी थी.