सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के सभागार में डायरिया का प्रकोप कम करने और शिशु-मृत्यु दर को शून्य करने के उद्देश्य से दो माह का विशेष अभियान का उद्घाटन प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ रोहित कुमार द्वारा किया गया.
दस्त की रोकथाम अभियान 2024 के नाम से चलने वाला अभियान 23 जुलाई से लेकर 22 सितंबर तक चलेगा. सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के सभागार में आशा कार्यकर्ताओं को प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी रोहित कुमार ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि अभियान को सफल बनाने के लिए दस्त से ग्रसित बच्चों को जिंक टेबलेट ओआरएस का पैकेट दी जायेगी. उन्होंने कहा की डायरिया से होने वाले मृत्यु का मुख्य कारण निर्जलीकरण के साथ इलेक्ट्रोलाइटस की कमी होना है. इस दस्त की रोकथाम अभियान के दौरान पांच वर्ष तक उम्र के बच्चों के बीच निःशुल्क ओआरएस वितरण करने के साथ दस्त से ग्रसित बच्चों के उपचार के लिए जिंक टेबलेट दी जायेगी. ओआरएस एवं जिंक के प्रयोग से डायरिया से होने वाली मृत्यु को टाला जा सकता है. दस्तबंद होने के बाद भी जिंक की खुराक दो हफ्ते तक जारी रखने का निर्देश दिया गया है. उद्घाटन के अवसर पर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ रोहित कुमार, बीएचएम राममूर्ति, बीसीएम विवेक कुमार ब्याहुत, यूनिसेफ के बीएमसी संजय अनुपम, सीसीएच अंशु कुमार, डब्लूएचओ के अभिषेक कुमार आदि उपस्थित थे.
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