निजी नर्सिंग होम व लैब की जांच में मिली अनियमितताएं
सिविल सर्जन के निर्देश के बाद निजी नर्सिंग होम व लैब संचालकों पर कार्रवाई शुरू हो गयी है. चिकित्सकों की दो अलग-अलग टीमों ने शहर के बस स्टैंड व सदर अस्पताल के आसपास के कई निजी लैबों में जांच की
छपरा. सिविल सर्जन के निर्देश के बाद निजी नर्सिंग होम व लैब संचालकों पर कार्रवाई शुरू हो गयी है. चिकित्सकों की दो अलग-अलग टीमों ने शहर के बस स्टैंड व सदर अस्पताल के आसपास के कई निजी लैबों में जांच की. अस्पताल के सामने सिटी डायग्नोस्टिक, सिटी जांच घर, रवि जांच घर आदि में टीमों ने कई घंटे तक बारीकी से जांच की. जांच के क्रम में कई लैब में भारी अनियमितता पायी गयी. लैब में रखे गये उपकरण आदि पर संचालकों से पूछताछ की गयी. कई नर्सिंग होम में चिकित्सकों के नाम तो दिखे, लेकिन चिकित्सक कभी-कभी आते हैं. कई लैब में उपकरण के साथ कुशल पारा मेडिकल स्टॉफ ही नहीं थे. बस स्टैंड स्थित कई लैब में मेडिकल वेस्टेज के लिए किसी भी तरह की कोई व्यवस्था नहीं दिखी. खुले में ही लैब संचालक मेडिकल संबंधित उपकरणों को फेंक दे रहे हैं. ऐसी अवस्था में इंफेक्शन होने का खतरा काफी बढ़ जाता है. टीम ने सदर अस्पताल के सामने भी कई लैब की जांच की. जांच टीम को देखकर एक लैब संचालक मौके से फरार हो गया. लेकिन टीम ने उसकी लैब की पूरी गहनता से जांच की. पूरे मामले में टीम कुछ भी बताने से इनकार कर रही है. जांच के बाद अंतिम रिपोर्ट सिविल सर्जन को उपलब्ध करा दी जायेगी. विदित हो की सदर अस्पताल के आसपास कई ऐसे निजी लैब संचालित होते हैं, जिनमें सही से रिपोर्ट तक नहीं मिलती है. मरीजों की शिकायत को संज्ञान में लेते हुए सिविल सर्जन ने उक्त टीम गठित की है. टीम में डॉ हरेंद्र कुमार, डॉ अर्जुन कुमार, फार्मासिस्ट शशि रंजन व अभिषेक पाठक शामिल थे.
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