Bihar News: बिहार की एक यूनिवर्सिटी में एक ऐसा कारनामा हुआ है, जिसने राज्य की शिक्षा व्यवस्था पर एक बार फिर से सवाल खड़े कर दिए हैं. इस विश्वविद्यालय में एक छात्र को कुल 500 अंकों की परीक्षा में 955 अंक दिए गए हैं. यह पूरा मामला छपरा के जयप्रकाश नारायण विश्वविद्यालय का है, जहां स्नातक पार्ट-टू सत्र 2020-23 की परीक्षा के लिए जारी किए गए अंकपत्र में भारी गड़बड़ी सामने आई है. इसके रिजल्ट की कॉपी सोशल मीडिया पर भी काफी तेजी से शेयर की जा रही है.
जयप्रकाश विश्वविद्यालय के रिजल्ट में भारी अनियमितता
मार्कशीट में गड़बड़ी का यह इकलौता मामला नहीं है. विश्वविद्यालय के पीएन सिंह डिग्री कॉलेज से अकाउंट ऑनर्स कर रही छात्रा शेफाली को ऑनर्स के चौथे पेपर में कुल 100 अंकों में 702 अंक दे दिये गये हैं. शहर के राजेंद्र कॉलेज के विवेक, असगर, मोहित, रिया आदि ने भी विश्वविद्यालय में अंक पत्र में गड़बड़ी होने की शिकायत दर्ज करायी है. इनके अंक पत्र में भी कुल प्राप्तांक का जोड़ सही नहीं है. कुछ छात्रों ने सभी विषयों में पास मार्क्स हासिल किये हैं. लेकिन उन्हें रिजल्ट के रिमार्क्स में फेल दिखा दिया गया है.
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असमंजस में छात्र-छात्राएं
ऐसे में छात्र-छात्राएं काफी असमंजस में हैं. ऐसे हजारों मामले बीते एक सप्ताह में सामने आये हैं. इसके बाद छात्र-छात्राओं का आक्रोश बढ़ते ही जा रहा है. मार्कशीट में गड़बड़ी से परेशान छात्र-छात्राएं लगातार विश्वविद्यालय पहुंचकर अंक पत्र में सुधार करने की मांग कर रहे हैं. इसे लेकर बीते कुछ दिनों में छात्र संगठनों द्वारा विरोध प्रदर्शन भी किए गए हैं.
आनन-फानन में अंक पत्र बनाने से हुई गड़बड़ी
बीते वर्ष जुलाई माह में स्नातक पार्ट टू की परीक्षा हुई थी. जिसका परिणाम भी पिछले साल ही जारी हुआ था. लेकिन इस वर्ष जब स्नातक पार्ट थर्ड के परीक्षा फॉर्म भरने की तिथि जारी हुई तब आनन-फानन में अंक पत्र बनाकर कॉलेज में भेजा गया, जिससे गड़बड़ी हो गयी.