मंडल कारा में राजनीतिक बंदी बढ़ने से जेल प्रशासन अलर्ट
मंडल कारा छपरा में विभिन्न आपराधिक घटनाओं में बिहार सरकार के पूर्व मंत्री, पूर्व विधायक, भाजपा नेता समेत दर्जन भर राजनीतिक बंदियों के साथ-साथ अन्य बंदियों के होने से कारा की स्थिति पूरी तरह संवेदनशील हो गयी है.
छपरा (सदर).
मंडल कारा छपरा में विभिन्न आपराधिक घटनाओं में बिहार सरकार के पूर्व मंत्री, पूर्व विधायक, भाजपा नेता समेत दर्जन भर राजनीतिक बंदियों के साथ-साथ अन्य बंदियों के होने से कारा की स्थिति पूरी तरह संवेदनशील हो गयी है. कारा प्रशासन जेल मैनुअल के अनुसार इन सभी बंदियों के रखरखाव में लगी है. परंतु, कारा के ही कुछ कनीय पदाधिकारी व कर्मी कारा की व्यवस्था में सेंध लगाने में लगे हैं. इनके द्वारा कारा प्रशासन की गुप्त सूचना भी बाहरी लोगों को दी जा रही है. इसे लेकर कारा प्रशासन के वरीय पदाधिकारी असहज महसूस कर रहे हैं. इस कारा में बिहार सरकार के पूर्व मंत्री मांझी के विधायक रहे रविंद्र नाथ मिश्रा, मशरक के पूर्व विधायक तारकेश्वर सिंह जहां पूर्व में हत्या तथा अन्य मामले में सजा होने पर रह रहे हैं. वहीं चुनावी रंजिश में गोलीबारी के बाद एक व्यक्ति की मौत के मामले में भाजपा के राज्य कार्यकारिणी के सदस्य व उद्योगपति के रूप में चर्चित रामाकांत सिंह समेत दो के कारा में पुलिस द्वारा भेजे जाने के बाद कारा प्रशासन पूरी व्यवस्था को जेल मैनुअल के अनुसार संचालित करने के लिए संकल्पित दिख रहा है. मालूम हो कि इसके पूर्व भी वर्ष 2002 के फरवरी के अंतिम दिन तथा 2001 के दो अक्तूबर को पुलिस प्रशासन व बंदियों के बीच गोलीबारी तथा मारपीट को लेकर छपरा जेल चर्चा में रहा है. इस दौरान दोनों घटनाओं में कम से कम सात बंदियों की मौत हो गयी थी. जिनमें बंदियों के परिजनों के साथ-साथ कारा प्रशासन द्वारा दर्जन भर प्राथमिकियां दर्ज करायी गयी थी.मोबाइल नंबर जारी कर बंदी के परिजनों को शिकायत करने की अपील :
मंडल कारा के कुछ कनीय पदाधिकारियों व पुलिसकर्मियों की मिली भगत से सारे सुरक्षा व्यवस्था के बावजूद मिल रही शिकायतों के मद्देनजर मंडल काराधीक्षक ने कारा के मुख्य प्रवेश द्वार पर कारा के सरकारी दूरभाष नंबर 06152-232304 तथा काराधीक्षक के सरकारी मोबाइल नंबर 9471009853 जारी करते हुए सभी बंदियों के मुलाकातियों से अपील की गयी है कि मुलाकाती के दौरान उनकों किसी भी प्रकार की शिकायत होती है तो वे इसकी सूचना सीधे काराधीक्षक के सरकारी दूरभाष नंबर या मोबाइल नंबर पर दें. दोषी कर्मियों के विरुद्ध कार्रवाई की जायेगी. काराधीक्षक राधेश्याम सुमन से पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि कारा की व्यवस्था को चुस्त बनाये रखने के लिए तीन दर्जन सीसीटीवी कैमरा पूरे परिसर में लगाये गये हैं. वहीं बाहर से भी आपत्तिजनक सामान नहीं आ सके. उसके लिए बाहर भीतर दीवार के पास रोशनी की व्यवस्था की गयी है. वहीं मुलाकातियों से भी सघन तलाशी का निर्देश दिया गया है. इस दिशा में किसी भी प्रकार की कोताही बरतने वाले कर्मियों पर कार्रवाई की जायेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है