पुलिस व प्रशासन साइबर टीम के माध्यम से सोशल मीडिया पर रख रहा नजर
आमजन सोशल मीडिया प्लेटफार्म जैसे फेशबुक व्हाटसएप इंस्ट्राग्राम, टेलीग्राम, एक्स आदि पर किसी भी स्थिति में सांप्रदायिक, जाति सूचक, हिंसक या भ्रामक बातें न करें
छपरा (सदर).
आमजन सोशल मीडिया प्लेटफार्म जैसे फेशबुक व्हाटसएप इंस्ट्राग्राम, टेलीग्राम, एक्स आदि पर किसी भी स्थिति में सांप्रदायिक, जाति सूचक, हिंसक या भ्रामक बातें न करें और न ऐसे बातों को दूसरे को शेयर करें. यह पूरी तरह से गैर कानूनी है. साथ ही सामाजिक द्वेश फैलाने वाली कारगुजारी है. आये दिन लोकसभा चुनाव के दौरान कुछ लोगों द्वारा भड़काउ पोस्ट डाले जा रहे हैं. जबकि जिले में लोकसभा चुनाव के मद्देनजर एक ओर जहां निषेधाज्ञा लागू है जिससे की शांति व्यवस्था बनाये रखने के साथ-साथ जुलूस निकालने एवं भीड़ इकट्ठा करने पर रोक लगायी जा सके. फलत: आम जन ऐसे भड़काउ पोस्ट से बचकर समाज में आपसी सौहार्द बनाने में मदद करें. यह अपील सारण के डीएम अमन समीर तथा पुलिस अधीक्षक डॉ कुमार अशीष ने आम लोगों से की. दोनों पदाधिकारियों ने सोशल मीडिया पर हिंसा या दंगा भड़काने जैसी बात, धमकी या द्वेशपूर्ण भाषण को किसी भी स्थिति में अमल में नहीं लाने की अपील करते हुए कहा है कि ऐसा कृत करने वाले व्यक्तियों के खिलाफ भादवी एवं 67 आइटी एक्ट के विभिन्न धाराओं के तहत 7 वर्ष तक सजा एवं पांच लाख रुपये तक जुर्माना की सजा के भागी होंगे.अभिभावकों को अपने बच्चों का भविष्य बर्बाद होने से बचाने की अपील : दोनों पदाधिकारियों ने सभी अभिभावकों से अपील की है कि अपने बच्चों का भविष्य बर्बाद होने से बचाने के लिए उनके सोशल मीडिया के गतिविधियों के उपर प्रभावकारी नजर रखे. ऐसे सभी प्रोफाइल, पोर्टल 24 गुणे सात साइबर पुलिस एवं सोशल मीडिया पेट्रोलिंग टीम की नजर में है. ऐसी स्थिति में आम लोग सोशल मीडिया का उपयोग जिम्मेवारी पूर्व करें. किसी भी पोस्ट की सूचना सोशल मीडिया मॉनीटरिंग टीम के हेल्पलाइन नंबर 7903022633 तथा 9031036403 पर दे सकते हैं. दोनों पदाधिकारियों ने सोशल मीडिया पर किसी भी प्रकार हथियार प्रदर्शन करने को दंडनीय अपराध बताते हुए इसका दोषी पाये जाने पर धारा 29-30 आर्म्स एक्ट के तहत तीन वर्ष तक कारावास या जुर्माना या दोनों से दंडित किए जाने की बात कही है.लोकसभा चुनाव की मतगणना व उसके बाद विधि व्यवस्था संधारण पर करे सहयोग : डीएम व एसपी ने लोकसभा चुनाव के बाद जिले में दो पक्षों के बीच आपसी सौहार्द बिगड़ने की चर्चा करते हुए मतगणना के दिन एवं मतगणना के बाद विधि विरुद्ध जमावड़ा लगाने पर रोक की जानकारी आम जनों को देते हुए उनसे सामाजिक सौहार्द बनाने की अपील भी की है. मालूम हो कि जिले में लोकसभा चुनाव के बाद सामाजिक सौहार्द बिगड़ने के कारण कम से कम 22 लोगों के विरूद्ध सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने के आरोप में साइबर थाने में जहां मुकदम दर्ज किये गये है. वहीं सोशल मीडिया पर भड़काउ भाषण देने वाले संतोष रेणु यादव समेत दो लोगों को पुलिस ने जहां गिरफ्तार किया है. वहीं अन्य अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की बात पुलिस अधीक्षक कुमार आशीष ने कही.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है