इसुआपुर (छपरा). थाना क्षेत्र के केरवा गांव के डबरा नदी स्थित गद्दी चंवर में 45 वर्षीय विजय महतो की लाश मिलने से गांव में मातम छा गया. विजय महतो मजदूर का काम करते थे, जो चिमनी पर ईंट बनाते थे तथा नदी से मछली मारकर अपना परिवार चलाते थे. सोमवार की सुबह जब नदी पर मछली मारने आया उसके बाद वह घर नहीं लौटा. उसके सहयोगी कमलेश मांझी दोपहर का खाना लेकर आया, तो देखा कि उनकी गर्दन काटकर नदी के किनारे फेंक दिया गया है. यह मंजर देख वे बेहोश हो गये. अभी उनका इलाज चल रहा है. इसकी सूचना लगते ही गांव के लोग नदी की तरफ दौड़ पड़े तथा अपने गांव के व्यक्ति की लाश देखकर लोगों के रोंगटे खड़े हो गये. बताते चलें कि विजय महतो अपने पीछे 65 वर्षीय बूढी मां बच्चा कुंवर, 45 वर्षीया पत्नी उषा देवी, 16 व 17 वर्षीय पुत्र आकाश महतो एवं विकास महतो तथा 15 वर्षीया पुत्री प्रियंका कुमारी को छोड़कर चले गये. मृतक की पत्नी उषा देवी का रो-रोकर बुरा हाल है. वह दहाड़ें मारकर कह रही थी कि अब मेरे परिवार को, मेरे बाल-बच्चों को कौन देखेगा. मृतक के परिजनों के विलाप से पूरे गांव का माहौल गमगीन हो गया है. घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच मामले की छानबीन करने लगी. वहीं, स्थानीय मुखिया प्रतिनिधि दीनदयाल राय, छपिया पंचायत के मुखिया मिथिलेश राय, समाजसेवी अशोक कुमार यादव, अनिल राय, केसरी राय, उपेंद्र राय, विपिन राय, शिक्षक डॉक्टर सिकंदर राय आदि मृतक के परिजन को समझा-बुझाकर तसल्ली दी. समाचार प्रेषण तक मृतक का शव नदी के किनारे पड़ा हुआ था तथा पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई थी.
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