बिहार-उत्तर प्रदेश को जोड़ने वाले जयप्रभा सेतु पर बेहद दर्दनाक घटना घटी है. सारण में एक युवती अपनी मासूम बेटी के साथ इस पुल पर आयी और बेटी को पुल पर ही रोता-बिलखता छोड़कर नीचे सरयू नदी में छलांग लगा दी. देखते ही देखते युवती गहरे पानी में समा गयी. इस घटना को देखकर राहगीर भी सन्न रह गए. पुलिस को इसकी सूचना दी गयी जिसके बाद थाना प्रभारी मौके पर आए और बच्ची को अपने साथ थाना लेकर गए.
जयप्रभा सेतु से कूदकर महिला ने की खुदकुशी
जयप्रभा सेतु से एक महिला ने सरयू नदी में कूदकर खुदकुशी कर ली. महिला अपने तीन साल की मासूम बेटी को लेकर वहां पहुंची थी. उसने अपनी बेटी को वहीं छोड़ दिया और 50 फुट नीचे सरयू नदी में छलांग लगा दी. उसकी बेटी पुल पर ही रोती रही. रविवार देर शाम की यह घटना है. जब राहगीरों की नजर उस बच्ची पर पड़ी तो वो वहां पहुंचे. उसकी मां नदी में समा चुकी थी.
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तीन साल की बच्ची को पुल पर छोड़कर नदी में कूदी मां
मौके पर थानाध्यक्ष अमित कुमार पहुंचे और लावारिस खड़ी बच्ची को पुलिस अपने साथ थाना पर लेकर गयी. पुलिस ने उस महिला के परिजनों को बुलाया और उन्हें बच्ची सौंप दिया. खुदकुशी करने वाली युवती की पहचान छोटकी फुलवरिया निवासी राजेंद्र साह की पत्नी रेखा देवी के रूप में की गयी है. आत्महत्या के कारणों का पता नहीं चल सका है. हालांकि ग्रामीणों ने दबी जुबान से पारिवारिक कलह को आत्महत्या का कारण बता रहे हैं.
मम्मी नहाने गयी है… उसको बुला दो… तोतली जुबान से बोलती रही बच्ची
बच्ची को पुल पर अकेला देखकर राहगीरों को दया आ रही थी. बच्ची रो रही थी और सबसे एक ही बात कह रही थी- ‘मम्मी नीचे नहाये गइल बिया ओकरा के बोला द..’यानी मम्मी नीचे नहाने गयी है उसको बुला दिजिए. इस तोतली जिद ने मौके पर मौजूद लोगों को रुला दिया. लोगों ने कहा कि शायद यही भरोसा देकर उसकी मां नदी में कूद गयी होगी कि नहाने जा रहे हैं.
आत्महत्या का प्वाइंट बना पुल
बता दें कि जय प्रभा सेतु और मांझी रेल पुल एकतरह से आत्महत्या के सेफ जोन बना हुआ है. पहले भी दोनों पुल से कई महिला तथा पुरुष नदी में छलांग लगाकर आत्महत्या कर चुके हैं. वहीं इस मामले ने सबको झकझोर दिया है. परिजनों में भी कोहराम मचा हुआ है.