Smart Meter: बिहार के सारण जिले में स्मार्ट प्रीपेड मीटर को लेकर फैल रही अफवाहों और भ्रामक जानकारियों पर जिला प्रशासन ने सख्त कदम उठाने का फैसला किया है. सारण DM अमन समीर ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि जो लोग स्मार्ट मीटर को लेकर गलत एवं भ्रामक जानकारियां फैला रहे हैं, उनके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी. प्रशासन का मानना है कि इस तरह की झूठी जानकारी से जिले में असमंजस की स्थिति उत्पन्न हो रही है और लोगों के बीच बिजली के स्मार्ट मीटर को लेकर अनावश्यक भय पैदा हो रहा है.
स्मार्ट मीटर को लेकर कई प्रकार की भ्रांतियां फैली
ग्रामीण इलाकों में स्मार्ट मीटर को लेकर कई प्रकार की भ्रांतियां फैली हुई हैं, जिनमें से एक आम अफवाह यह है कि स्मार्ट मीटर सामान्य मीटर की तुलना में तेज चलता है और इससे उपभोक्ताओं को ज्यादा बिजली बिल चुकाना पड़ता है. इस प्रकार की अफवाहें न केवल लोगों को गुमराह कर रही हैं, बल्कि स्मार्ट मीटर की स्थापना प्रक्रिया में भी अड़चनें उत्पन्न कर रही हैं.
सारण DM ने क्या कहा
सारण DM ने कहा कि लोगों को सही जानकारी देने और भ्रम को दूर करने के लिए जागरूकता अभियान चलाया जाएगा. इसके तहत लोगों को यह बताया जाएगा कि स्मार्ट प्रीपेड मीटर न केवल पारदर्शी बिलिंग प्रणाली है, बल्कि इससे बिजली उपभोक्ताओं को अधिक सुविधा मिलेगी. इसके साथ ही, जो लोग जानबूझकर इस विषय पर गलत जानकारी फैला रहे हैं, उन्हें चिन्हित कर उनके खिलाफ कानूनी कदम उठाए जाएंगे.
Also Read: दुर्गा पूजा अवकाश में कटौती से शिक्षकों में रोष, छुट्टी बहाल करने की मांग पर अड़े
DM ने नागरिकों से की अपील
DM ने सभी नागरिकों से अपील की है कि वे बिना पुष्टि किए किसी भी प्रकार की अफवाह पर ध्यान न दें और प्रशासन द्वारा दी गई जानकारी पर विश्वास करें. प्रशासन की ओर से यह सुनिश्चित किया जाएगा कि स्मार्ट मीटर के बारे में जनता को सही और सटीक जानकारी मिले ताकि वे बिना किसी डर या संदेह के इस नई तकनीक का लाभ उठा सकें.