मदरसा विस्फोट ने खोदाइबाग विस्फोट की याद दिलायी, पांच लोगों की हुई थी मौत
ओल्हनपुर व खोदाइबाग एरिया में कई लोग करते हैं बम बनाने का काम. 24 जुलाई, 2022 को खैरा थाना क्षेत्र के खोदाइबाग बाजार में हुई विस्फोट की घटना को ताजा कर दी है. इस घटना में पांच लोगों की मौत हो गयी थी तथा आधा दर्जन लोग घायल हुए थे.
गड़खा . प्रखंड के मोतिराजपुर गांव स्थित मदरसा परिसर में विस्फोट में मृतकों की संख्या और बढ़ती, परंतु संयोगवश उस समय मदरसा में पढ़ने वाले 35 से 40 विद्यार्थी उपस्थित नहीं थे. इस घटना ने 24 जुलाई, 2022 को खैरा थाना क्षेत्र के खोदाइबाग बाजार में हुई विस्फोट की घटना को ताजा कर दी है. इस घटना में पांच लोगों की मौत हो गयी थी तथा आधा दर्जन लोग घायल हुए थे. वहीं, मोतिराजपुर में विस्फोट में घायल मौलाना इमामुद्दीन की मौत तथा 15 वर्षीय एक छात्र की गंभीर हालत को लेकर क्षेत्र में कई तरह की चर्चाएं हो रही हैं. आसपास के लोगों का कहना है कि घटना के बाद पुलिस के पहुंचने से पहले ही कुछ लोगों द्वारा जहां साक्ष्य मिटाया गया. वहीं आनन-फानन में दोनों घायलों को इलाज के लिए निजी क्लिनिक में भर्ती कराना संदेह पैदा करता है. आखिर उनके करीबियों द्वारा सरकारी अस्पताल में भर्ती कराने तथा पुलिस को सूचना देने में कोताही क्यों बरती गयी. मृत मौलाना की पत्नी नुसरत तथा उनके दो छोटे बच्चे इस घटना के बाद असहाय दिख रहे हैं. वहीं आसपास के लोग इस घटना को खोदाइबाग में दो वर्ष पूर्व हुई विस्फोट की घटना से जोड़ रहे हैं. उनका कहना है कि कहीं न कहीं विस्फोट की घटना पटाखा निर्माण में शामिल असामाजिक तत्वों से जुड़ी हुई है. उधर, पूछे जाने पर पुलिस अधीक्षक डॉ गौरव मंगला ने कहा कि मृतक ओल्हनपुर के रहने वाला तथा ओल्हनपुर व खोदाइबाग एरिया में बम बनाने का काम कई लोग करते हैं. वहीं, मौलाना लगभग एक दशक से इस मदरसे में कथित रूप से पठन-पाठन का कार्य करते थे. ऐसी स्थिति में पूरी घटना में उनकी संलिप्तता के संबंध में जांच के बाद ही पुलिस अंतिम निर्णय पर पहुंचेगी. हालांकि प्रारंभिक तौर पर पटाखा विस्फोट की घटना में दोनों घायलों के निर्माण में संलिप्तता प्रारंभिक तौर पर सामने आयी है. हालांकि इस पूरे मामले में एफएसएल के अलावा आवश्यकता अनुसार अन्य एजेंसियों से भी जांच करायी जायेगी.
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