छपरा . दशहरा के मौके पर मूर्ति की स्थापना से लेकर प्रतिमा विसर्जन तक जिले में विधि व्यवस्था तथा शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए 521 स्थानों पर दंडाधिकारी के साथ पुलिस बलों की तैनाती कर दी गई है. सशस्त्र बलों तथा लाठी बलों के अलावा महिला पुलिसकर्मियों की भी तैनाती की गई है. इससे संबंधित डीएम अमन समीर व एसपी डॉ कुमार आशीष का संयुक्त आदेश जारी हो गया है. विधि व्यवस्था दुरुस्त रखने के लिए 34 जिले के वरीय अधिकारियों को प्रति नियुक्त किया गया है. जिला मुख्यालय कंट्रोल रूम में 12 पदाधिकारी के प्रतिनियुक्ति की गई है. सुरक्षा के अन्य उपाय भी किये गये हैं. 52 बिंदुओं पर आदेश जारी डीएम और एसपी ने जो संयुक्त आदेश जारी किये हैं, उनमें 52 बिंदुओं पर अधिकारियों को पहल करने को कहा गया है. इनमें मुख्य रूप से प्रतिमा अधिष्ठापन, जुलूस आदि की अनुमति, प्रतिमा विसर्जन लाइसेंस, प्रतिमा विसर्जन से होने वाले प्रदूषण, स्टैटिक ओर उड़न दस्ता की तैनाती, स्वास्थ्य विभाग की मुस्तैदी, शांति समिति की बैठक करना, सफाई और प्रकाश व्यवस्था दुरुस्त रखना, सभी जगह पेयजल व्यवस्था दुरुस्त रखना, बिजली व्यवस्था दुरुस्त रखना, अग्निशमन से जुड़ी तमाम व्यवस्था रखना, रावण वध से जुड़े सुरक्षा व्यवस्था करना, जिला नियंत्रण कक्षा और अनुमंडल नियंत्रण कक्ष के अलावा प्रखंड और थाना स्तर पर भी नियंत्रण कक्ष स्थापित करना, एसडीओ और एसडीपीओ समेत अन्य बड़े अधिकारियों को अपने-अपने अनुमंडल में 24 घंटे विधि व्यवस्था को दुरुस्त रखना आदि शामिल है. अंबिका भवानी और शील्हौड़ी मंदिर की भी सुरक्षा बढ़ायी गयी संयुक्त आदेश में कहा गया है कि कि दिघवारा के प्रसिद्ध शक्तिपीठ अंबिका भवानी मंदिर आमी और शील्हौड़ी मंदिर मढ़ौरा में भी पुलिस बलों की तैनाती की गई है. उन्होंने कहा कि सभी प्रमुख पूजा पंडालों में भीड़ नियंत्रण तथा सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता बनाने के लिए सीसीटीवी कैमरा से निगरानी की जाएगी. उन्होंने कहा कि धार्मिक तथा राजनीतिक कटाक्ष वाले पोस्टर तथा प्रतिमा की झांकियों व प्रदर्शनी पर रोक लगा दी गई है. उन्होंने बताया कि 3 अक्टूबर से कलश स्थापना के साथ शारदीय नवरात्र की शुरुआत हो चुकी है और 12 अक्टूबर को दशहरा का पर्व मनाया जायेगा. उसी दिन जिला मुख्यालय समेत कई स्थानों पर रावण वध का कार्यक्रम भी आयोजित लोग करते हैं. सभी संवेदनशील स्थान पर कड़ी नजर जिले के सभी संवेदनशील स्थानों पर विशेष चौकसी बरतने का निर्देश दिया गया है. जिला मुख्यालय में जिला नियंत्रण कक्ष की स्थापना की गई है. डीएम ने बताया कि विगत वर्षों के दौरान जिले में दशहरा या अन्य पर्व त्योहारों के मौके पर विधि व्यवस्था की समस्या उत्पन्न होने वाले स्थानों को चिन्हित किया गया है और उसे संवेदनशील घोषित किया गया है. वहां पर विशेष चौकसी और निगरानी रखने का निर्देश दिया गया है. अधिकारियों की छुट्टी रद्द निर्देश में कहा है कि कि विधि व्यवस्था तथा सुरक्षा व्यवस्था की बेहतर व्यवस्था करने के लिए सभी पदाधिकारियों तथा कर्मचारियों के अवकाश पर रोक लगा दी गई है. सभी एसडीओ, बीडीओ, सीओ तथा प्रखंड व अनुमंडल स्तर के क्षेत्रीय अधिकारियों, पर्यवेक्षकों को दंडाधिकारी के रूप में तैनात किया गया है. इस ड्यूटी के दौरान लापरवाही तथा उदासीनता बरतने वालों को बख्शा नहीं जाएगा. उन्होंने कहा है कि जिले में 33 थाना क्षेत्रों के 521 स्थानों पर मजिस्ट्रेट और पुलिस पदाधिकारी के तैनाती की गई है. संवेदनशील स्थानों पर थानाध्यक्षों तथा दंडाधिकारियों को व्यक्तिगत रूप से भ्रमण कर विधि-व्यवस्था की स्थिति का लगातार जायजा लेने और उस पर नजर रखने का निर्देश दिया गया है. डीएम एवं व एसपी ने सभी पदाधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा है कि पर्व-त्योहार के मद्देनजर असामाजिक तत्वों पर कड़ी निगरानी रखें. सोशल मीडिया मॉनिटरिंग सेल को क्रियाशील रखें तथा अफवाहों का त्वरित खंडन करें. किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए क्विक रिस्पांस टीम(क्यूआरटी) एवं क्विक मेडिकल रिस्पांस टीम(क्यूएमआरटी) तैनात रखने का आदेश जारी किया गया है. मद्य-निषेध अधिनियम का उल्लंघन करने वालों के विरुद्ध सख़्त कार्रवाई किया जाएगा. रात्रि 10 बजे से सुबह 06.00 बजे तक लाउडस्पीकर पर रोक है. साथ ही जुलूस में डीजे पर पूर्ण प्रतिबंध है.विजयादशमी के दिन राजेंद्र स्टेडियम छपरा के साथ-साथ जिले में अन्य स्थानों पर भी रावण वध कार्यक्रम आयोजित होता है. सभी क्षेत्रीय पदाधिकारी इस अवसर पर दंडाधिकारियों एवं पुलिस पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति के साथ विधिवत ढंग से प्रशासनिक व्यवस्था करेंगे. सफाई की करें समुचित व्यवस्था नगर आयुक्त, छपरा नगर निगम को निर्देशित किया गया है कि दुर्गा पूजा में साफ-सफाई एवं प्रकाश की समुचित व्यवस्था करनी होगी. डीएम एवं व एसपी ने कहा है कि किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना को रोकना प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी,थानाध्यक्ष,सीओ,एसडीओ,एसडीपीओ की विशेष जिम्मेवारी है. थानाध्यक्षों एवं अन्य पदाधिकारियों को आसूचना तंत्र को सुदृढ़ कर विधि-व्यवस्था संधारण को सफल बनाने का निदेश दिया गया है. थानाध्यक्ष अपने-अपने इलाके में विधि-व्यवस्था के लिए पूर्ण रूप से उत्तरदायी हैं.दुर्गापूजा के अवसर पर निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित की जाएगी. दुर्गापूजा के अवसर पर आकस्मिक स्थिति से निपटने हेतु डॉक्टर, पारा मेडिकल स्टाफ एवं आवश्यक जीवन रक्षक दवाओं के साथ एम्बुलेंस सिविल सर्जन प्रतिनियुक्त करेंगे.जिला अग्निशमन पदाधिकारी, को निर्देशित किया गया कि दुर्गापूजा के अवसर पर आकस्मिक स्थिति से निपटने हेतु फायर दस्ता प्रतिनियुक्त करना सुनिश्चित करेंगे.
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