घर में घुसी एंबुलेंस, खाट पर सोये व्यक्ति की कुचलने से मौत

कदना देवी मंदिर के समीप घर के बाहर करकट के घर में सोये हुए व्यक्ति को एंबुलेंस ने कुचल दिया, जिससे उसकी मौत हो गयी. मृतक भरत मांझी के 47 वर्षीय पुत्र रामबचन मांझी है, जो पेशे से मजदूर था. बताया जाता है कि रामबचन मांझी सोमवार की रात्रि घर में सोया हुआ था. कुछ देर बाद गर्मी ज्यादा होने के चलते घर के आगे करकटनुमा कमरे में खाट पर सो गया था. रात दो-तीन बजे के आसपास पटना से छपरा की ओर जा रही एंबुलेंस कमरे में जा घुसी और खाट पर सोये रामबचन मांझी को कुचल दिया.

By Prabhat Khabar News Desk | June 11, 2024 9:45 PM

गड़खा (सारण). थाना क्षेत्र के कदना देवी मंदिर के समीप घर के बाहर करकट के घर में सोये हुए व्यक्ति को एंबुलेंस ने कुचल दिया, जिससे उसकी मौत हो गयी. मृतक भरत मांझी के 47 वर्षीय पुत्र रामबचन मांझी है, जो पेशे से मजदूर था. बताया जाता है कि रामबचन मांझी सोमवार की रात्रि घर में सोया हुआ था. कुछ देर बाद गर्मी ज्यादा होने के चलते घर के आगे करकटनुमा कमरे में खाट पर सो गया था. रात दो-तीन बजे के आसपास पटना से छपरा की ओर जा रही एंबुलेंस कमरे में जा घुसी और खाट पर सोये रामबचन मांझी को कुचल दिया. ठोकर इतनी जोरदार थी कि दीवार की ईंटें बिखर गयीं. ठोकर की आवाज सुन परिजन बाहर निकले, तो देखा की रामबचन मांझी लहुलुहान पड़े हुए हैं. आसपास के लोगों की मदद से उन्हें किसी तरह बाहर निकाल कर गड़खा पीएचसी लाया गया, जहां चिकित्सक ने मृत घोषित कर दिया. घटना के बाद ग्रामीणों ने एंबुलेंस चालक को पकड़ पुलिस को सौंप दिया. गिरफ्तार चालक छपरा के मौना अहिर की टोली का कन्हैया राय बताया जाता है. पुलिस ने मौके पर पहुंच मामले की छानबीन करते हुए शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल छपरा भेज दिया. मृतक मजदूरी कर परिवार का भरण-पोषण करता था और वह मूल रूप से कदना उत्तर टोला का रहने वाला था. कुछ साल से कदना देवी मंदिर के समीप घर बना कर परिवार के साथ रह रहा था. रामबचन मांझी की पुत्री की शादी अगले महीने होने वाली थी, जिसकी तैयारी भी चल रही थी. इस घटना के बाद मृतक की पत्नी राजमुनी देवी, पुत्र बिहारी मांझी, पंकज, राजू, रोहित, पुत्री सहित पूरे परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है. स्थानीय लोगों का कहना है कि आये दिन इस रूट से तेज रफ्तार से वाहनों का परिचालन होता है. रिहायशी इलाका होने के बावजूद भी वाहन चालक गति कम नहीं करते हैं. दिन के समय भी चार पहिया वाहनों की रफ्तार देखकर डर लगता है. इसकी शिकायत पहले भी ग्रामीणों द्वारा स्थानीय पुलिस से की गयी थी.

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