छपरा. बिहारविद्यालय परीक्षा समिति पटना द्वारा आयोजित इंटरमीडियेट की सेंटअप परीक्षा के दूसरे दिन गणित और बायोलॉजी की परीक्षा हुई. गणित के प्रश्नों में परीक्षार्थियों के पसीने छुड़ा दिये वही दूसरी पाली के बायोलॉजी के प्रश्न इतनी आसान थे कि बच्चे 10 से 15 मिनट पहले ही सॉल्व कर निकल गये. हालांकि कई स्कूलों में सेटिंग गेटिंग का दौर जारी रहा. कई बच्चे स्कूल नहीं पहुंचे और उनकी परीक्षा सेटिंग गेटिंग के तहत हो गई. जानकारी तो यह भी है कि कई बच्चे दूसरे राज्य में कोचिंग में पढ़ाई कर रहे हैं वह नहीं आ पाए हैं उनकी भी परीक्षा हो जा रही है. बायोमैट्रिक अटेंडेंस हो जाए, तो उपस्थित ओरिजिनल सामने आ जाए दबी जुबान से ही सही शिक्षा विभाग के कई कर्मियों ने बताया कि यदि बिहार विद्यालय परीक्षा समिति सभी स्कूल कॉलेज में बायोमैट्रिक अटेंडेंस बनाना शुरू कर दे तो अटेंडेंस की पोल खुल जाएगी. कितने बच्चे छपरा में है कौन-कौन बच्चे परीक्षा नहीं दे रहे हैं उनके जगह पर कौन बच्चा परीक्षा दे रहा है यह सब सामने आ जाएगा. नकल पर भी नकेल कसने की जरूरत है. नकेल नहीं कसी गई तो फाइनल परीक्षा में परीक्षार्थियों को परेशानी होगी. सारण का रिजल्ट परसेंटेज भी गड़बड़ होगा. गणित के ऑब्जेक्टिव भी नहीं बना पाए कई छात्र : दूसरे दिन की परीक्षा प्रथम पाली में गणित की परीक्षा थी लेकिन शुरू हुई ठंड में परीक्षार्थियों के पसीने निकलते देखे गए. परीक्षार्थियों ने बताया कि प्रश्न काफी कठिन थे. ऑब्जेक्टिव भी हल करने में काफी परेशानी हुई जबकि शिक्षकों का कहना था कि जो पड़ेगा वह पास करेगा जो नहीं पड़ेगा वह फेल करेगी. हालांकि बायोलॉजी की परीक्षा के दौरान परीक्षार्थियों के चेहरे पर मुस्कान देखी गई. परीक्षार्थियों ने कहा कि बायोलॉजी के प्रश्न पत्र काफी ठीक-ठाक थे ऑब्जेक्टिव भी दुरुस्त थे. यही कारण था कि द्वितीय पाली में परीक्षा समाप्ति के 10 से 20 मिनट पहले ही बच्चे हल कर चुके थे.
पहले की अपेक्षा उपस्थिति बढ़ी है : स्कूलों में परीक्षार्थियों की उपस्थिति को देखकर ऐसा लग रहा था कि फाइनल परीक्षा से निष्कासित होने का डर उनमें व्याप्त है. पूर्व के सालों की अपेक्षा इस साल उपस्थित परसेंटेज में वृद्धि हुई है.सभी स्कूलों में लगभग सभी परीक्षार्थी उपस्थित थे और परीक्षा दे रहे थे.अनुपस्थित परीक्षार्थियों की बढ़ेगी परेशानी
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति से प्राप्त दिशा निर्देश के अनुसार इस परीक्षा में फेल या शामिल नहीं होने वाले विद्यार्थी बिहार बोर्ड की इंटर की मुख्य परीक्षा में शामिल नहीं हो सकेंगे. यानी इस बार किसी तरह के रियायत नहीं दी जाएगी. परीक्षार्थियों को हर हाल में सेंटर परीक्षा में शामिल होना होगा.इतने परीक्षार्थी परीक्षा में हुए शामिल
परीक्षा में जिले के 450 इंटर स्कूलों कॉलेजों के करीब 61686 विद्यार्थी शामिल हुए. इनमें पुरुष परीक्षार्थी 31121 और महिला परीक्षार्थी 30565 शामिल हुई. सेंटअप परीक्षा में शामिल नहीं होने पर विद्यार्थियों को मुख्य परीक्षा देने का मौका नहीं मिलेगा. मंगलवार को यानी 12 को पहली पाली में गणित,इलेक्टिव सब्जेक्ट ट्रेड पेपर टू व दूसरी पाली में बायोलॉजी,भूगोल,बिजनेस स्टडीज, 13 को होने वाली परीक्षा अब 23 को होगी इसमें पहली पाली में इंग्लिश व दूसरी पाली में हिंदी, उर्दू,मैथिली, संस्कृत, 14 को निर्धारित तिथि पर परीक्षा होगी.पहली पाली में सिक्योरिटी, ब्यूटीशियन, टूरिज्म, रिटेल मैनेजमेंट, ऑटोमोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक्स, ब्यूटी एंड वैलनेस, टेलीकॉम, कम्प्यूटर साइंस, योगा आदि एवं दूसरी पाली में हिंदी, उर्दू,मैथिली आदि, वोकेशनल का फिजिक्स, केमिस्ट्री आदि 15 को होने वाली परीक्षा 25 नवंबर को होगी इसके तहत पहली पाली में कृषि विज्ञान व अर्थशास्त्र एवं दूसरी पाली में साइकोलॉजी, 16 को पहली पाली में सोशियोलॉजी व दूसरी में म्यूजिक और 18 को पहली पाली में हिस्ट्री व दूसरी पाली में होम साइंस की परीक्षा होगी.नकल की बिल्कुल छूट नहीं रहेगी
परीक्षा की तिथियों में विस्तार की सूचना मिली है और पत्र भी जारी हुआ है 13 और 15 की परीक्षा में परिवर्तन हुआ है 13 की परीक्षा 23 और 15 की परीक्षा 25 को होगी.अनुपस्थित परीक्षार्थियों की संख्या ली जा रही है. नकल की बिल्कुल छूट नहीं रहेगी .विद्यानंद ठाकुर, जिला शिक्षा पदाधिकारी, सारण
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