मदरसा परिसर में बम विस्फोट में घायल मौलाना की मौत
एफएसएल की टीम ने जांच, गड़खा थाने में विस्फोटक अधिनियम के तहत दर्ज हुई प्राथमिकी. एसपी ने कहा- प्रारंभिक जांच में मौलाना व उसका करीबी तैयार कर रहा था पटाखा
छपरा (सदर). गड़खा थाने के मोतिराजपुर स्थित मदरसा के पास विस्फोट में घायल मौलाना की मौत हो गयी, जबकि घायल छात्र का पटना के एक निजी क्लिनिक में इलाज चल रहा है, जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है. मृत मौलाना इमामुदीन (40 वर्ष) मढ़ौरा थाना क्षेत्र के ओल्हनपुर के रहनेवाले थे. वहीं, घायल छात्र मुजफ्फरपुर का निवासी है. पुलिस अधीक्षक गौरव मंगला ने बताया कि शव का पोस्टमार्टम कराने के साथ बम विस्फोट कांड में शामिल दोनों व्यक्तियों के विरुद्ध गड़खा थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है. प्राथमिक जांच के बाद यह जानकारी मिली है कि मदरसा के मौलाना व उसके करीबी पटाखा निर्माण कर रहे थे. उधर, फोरेंसिक टीम ने भी गुरुवार को गड़खा के मोतिहारपुर स्थित मदरसा और बगल की झाड़ियों में जांच-पड़ताल की. एफएसएल की टीम नमूने का संग्रह कर अपने साथ ले गयी. एफएसएल की जांच रिपोर्ट के बाद अगली कार्रवाई की जायेगी. एसपी ने बताया कि जरूरत हुई, तो बड़ी जांच एजेंसियों से भी इस मामले की जांच करायी जायेगी. तत्काल अलग-अलग बिंदुओं पर घटना की तहकीकात की जा रही है. उधर, घटना के बाद मृत मौलाना के परिजनों में कोहराम मचा है. वहीं, 30-35 बच्चों को शिक्षा देने वाले इस मदरसा में विस्फोट की घटना में मौलाना व छात्र की प्राथमिक तौर पर संलिप्तता को लेकर आसपास के लोग कई तरह की आशंका व्यक्त कर रहे हैं.
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