छपरा सदर अस्पताल में अल्ट्रासाउंड को लेकर आये दिन मरीजों की भीड़ बढ़ रही है. जांच के लिए मरीज काउंटर खुलने के छह-सात घंटे पहले देर रात से ही लाइन में खड़े रह जाते हैं. हालांकि कई बार काउंटर खुलने से पहले ही कर्मियों की मिलीभगत से पर्ची काट कर अवैध वसूली की जाती है. कई दलाल ल्ट्रासाउंड की पर्ची काटने के लिए लॉगिन आइडी व पासवर्ड का जुगाड़ कर रजिस्ट्रेशन काउंटर खुलने से पहले ही जांच की रसीद मरीजों को उपलब्ध करा दे रहे हैं. इसके एवज में मरीजों से अवैध उगाही भी की जा रही है. ऐसी स्थिति में दूर-दराज से आने वाले मरीजों को काफी कठिनाई का सामना करना पड़ता है. बुधवार को भी कुछ ऐसा ही वाकया हुआ. अल्ट्रासाउंड विभाग के इंचार्ज शशिरंजन जब सुबह विभाग में पहुंचे तो उन्हें अल्ट्रासाउंड की कई पर्ची में हेराफेरी की आशंका हुई. जब रजिस्ट्रेशन काउंटर पर मौजूद कर्मियों से पूछताछ की गयी, तो पता चला कि उन्होंने यह पर्ची नहीं काटी है, लेकिन इस पर्ची को रजिस्ट्रेशन काउंटर से ही निर्गत किया गया है. इसके बाद यह भी बात सामने आयी कि इसे दूसरे व्यक्ति ने दूसरे सिस्टम से आइडी व पासवर्ड डाल कर लॉगिन किया है और देर रात में ही अल्ट्रासाउंड की पर्ची कुछ मरीजों के नाम पर काटी गयी है. इस बात की भनक सुबह रजिस्ट्रेशन काउंटर पर मौजूद मरीजों को भी लगी और उन्होंने कुछ देर तक हंगामा भी किया. जानकारी के अनुसार प्रतिदिन महज 20 से 25 अल्ट्रासाउंड ही किये जाते हैं. इमरजेंसी में आये पांच मरीजों की जांच की अनुमति अस्पताल प्रशासन के द्वारा दी गयी है. इस संदर्भ में अस्पताल प्रबंधक राजेश्वर प्रसाद ने बताया कि मामले की जानकारी प्राप्त हुई है. जो भी इस तरह का काम कर रहा है उसके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है