छपरा. स्नातक सत्र 2024-28 के अंतर्गत सेकेंड लिस्ट पर नामांकन की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है. सभी कॉलेजों को बची हुई सीटों की संख्या पोर्टल पर अपडेट करने का निर्देश दिया गया है. कई कॉलेजों में पहली व दूसरी सूची पर नामांकन की प्रक्रिया पूरी होने के बाद भी 50 से 60 फीसदी सीट रिक्त है. राजेंद्र कॉलेज में 2150 सीटों में से महज 864 सीटों पर ही दाखिला हुआ है. जबकि यह विश्वविद्यालय का प्रीमियम कॉलेज है. यहां सभी विषयों की पढ़ाई होती है. शहर के जयप्रकाश महिला कॉलेज में भी 50 फीसदी के करीब सीट अभी भी उपलब्ध है. वहीं राम जयपाल कॉलेज, गंगा सिंह कॉलेज, पीसी विज्ञान कॉलेज, जगलाल चौधरी कॉलेज, जगदम कालेज आदि में भी कई प्रमुख विषयों में आधी से अधिक सीट उपलब्ध है. कई प्रमुख विषय तो ऐसे भी हैं जिस पर महज 20 से 30 फीसदी सीटों पर ही दाखिला हुआ है. खासकर गणित, हिंद, उर्दू, संस्कृत, भोजपुरी, दर्शनशास्त्र, ग्रामीण अर्थशास्त्र आदि विषयों में कई कॉलेजों में पर्याप्त संख्या में सीट उपलब्ध है.
पिछले सत्र की तरह इस बार भी बची हुई सीटों पर छात्रों को विषय चेंज कर नामांकन का अवसर मिल सकता है. वैसे छात्र-छात्राएं जिन्होंने पहले जिस विषय में नामांकन के लिए अप्लाइ किया है. उस विषय में सीट कम होने के कारण पहली व दूसरा दूसरी मेधा सूची में उनका नाम नहीं आ सका. जबकि कई ऐसे विषय हैं. जिनमें सीट पर्याप्त संख्या में उपलब्ध है. ऐसे में विश्वविद्यालय इन छात्रों को दूसरे विषय में नामांकन के लिए अवसर उपलब्ध करा सकता है. पिछले दो सत्रों में भी छात्रों को यह सुविधा दी गयी थी. जिसमें छात्रों ने नामांकन के लिए पहले से अप्लाइ किये गये विषय को बदल कर नये विषय मे अपना दाखिला कराया था. वहीं इस बार कई प्रमुख छात्र संगठन स्पॉट एडमिशन का विकल्प देने की भी मांग कर रहे हैं. गत वर्ष आरा व पटना विश्वविद्यालय में स्पॉट एडमिशन का विकल्प दिया गया था. लेकिन जेपीयू में स्पॉट एडमिशन नहीं हुआ था. जिस कारण कई विषयों में सीट खाली रह गयी थी.
सभी कॉलेजों में चल रही हैं नियमित कक्षाएं
छात्र कल्याण विभाग के अध्यक्ष प्रो उदय शंकर ओझा ने बताया कि 11 जुलाई से ही सभी कॉलेजों में वर्ग संचालन हो रहा है. सभी कॉलेजों के नोटिसबोर्ड पर वर्ग संचालन से संबंधित जानकारी व रूटीन प्रकाशित कर दिया गया है. वहीं विश्वविद्यालय स्तर पर भी कॉलेज में संचालित कक्षाओं की मॉनिटरिंग करायी जा रही है. अभी कॉलेजों में छात्रों की उपस्थिति कम है. सभी प्राचार्यों को यह निर्देश दिया गया है कि जल्द ही छात्रों और अभिभावकों के साथ शिक्षकों की एक संगोष्ठी आयोजित करायी जाये. जिसमें अभिभावकों से अपने बच्चों को नियमित कॉलेज भेजने की अपील की जायेगी. उन्होंने बताया कि कॉलेजों में विषयवार बची हुई सीटों की जानकारी ली जा रही है. जितनी सीट बची हुई हैं. उन पर नामांकन के लिए तीसरी सूची जारी की जा सकती है या विषय बदलकर नामांकन का अवसर दिया जा सकता है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है