स्पॉट एडमिशन के लिए पहुंचे पांच हजार से अधिक छात्र, दाखिले की प्रक्रिया टली, 10 छात्राएं बेहोश
जयप्रकाश विश्वविद्यालय में स्नातक सत्र 2024-28 के अंतर्गत स्पॉट एडमिशन के लिए 28 अगस्त को प्रमंडल के तीन केंद्रों पर छात्रों को बुलाया गया था
छपरा. जयप्रकाश विश्वविद्यालय में स्नातक सत्र 2024-28 के अंतर्गत स्पॉट एडमिशन के लिए 28 अगस्त को प्रमंडल के तीन केंद्रों पर छात्रों को बुलाया गया था. सारण जिले के सभी कॉलेजों में नामांकन के लिए विश्वविद्यालय के मल्टीपरपस परीक्षा भवन को केंद्र बनाया गया था. स्पॉट एडमिशन कराने को लेकर छात्र कल्याण विभाग द्वारा किसी तरह की कोई तैयारी नहीं हुई थी. केंद्र पर ना तो कोई पूछताछ काउंटर बनाया गया था और ना ही स्पॉट एडमिशन की प्रक्रिया शुरू होने से पहले कर्मियों की नियुक्ति की गयी थी. ऐसे में जब छात्र-छात्राएं स्पॉट एडमिशन के लिए पहुंचे तब अफरातफरी माहौल हो गया. पहली, दूसरी व तीसरी सूची में लिस्ट में नाम आने के बाद भी काफी कम संख्या में छात्रों ने नामांकन लिया था, ऐसे में विश्वविद्यालय को उम्मीद थी कि स्पॉट एडमिशन के लिए कम संख्या में छात्र-छात्राएं आयेंगे, लेकिन सुबह आठ बजे से ही भीड़ जुटनी शुरू हो गयी. नामांकन के लिए सुबह 10 बजे से केंद्र पर कामकाज शुरू होना था, लेकिन 10 बजे से पहले ही पांच हजार से अधिक छात्र-छात्राएं अपना अपना डॉक्यूमेंट व आवेदन लेकर पहुंच गये. यहां ना तो कोई कर्मी थे और न गार्ड की प्रतिनियुक्ति थी. ऐसे में सभी छात्र-छात्राएं केंद्र में प्रवेश पाने के लिए मशक्कत करने लगे. चूंकी नामांकन एक ही दिन में पूरा कर लेना था, ऐसे में छात्रों की भारी भीड़ को देखते हुए सिर्फ उनके आवेदन व डॉक्यूमेंट को लिया गया और उन्हें घर जाने का निर्देश दिया गया. विश्वविद्यालय अब प्राप्त डॉक्यूमेंट व आवेदन के आधार पर वेबसाइट पर ही स्पॉट एडमिशन की सूची जारी करेगा. छात्र कल्याण विभाग के अध्यक्ष प्रो राणा विक्रम सिंह ने कहा है कि 31 अगस्त तक नामांकन की प्रक्रिया पूरी कर ली जायेगी. अगले दो दिनों में सभी आवेदनों की स्क्रूटनी कर विषयवार स्पॉट एडमिशन की सूची वेबसाइट पर जारी की जायेगी. जिसके आधार पर दाखिला लिया जायेगा. गूगल फॉर्म से आवेदन पेंडिंग होने के कारण बढ़ी भीड़ स्नातक में पहली, दूसरी व तीसरी सूची पर नामांकन की प्रक्रिया पूरी होने के बाद भी करीब 17 हजार सीट खाली रह गयी थी. अधिकतर छात्र-छात्राएं जिन्होंने अप्लाइ किया था, उनका नाम पहली, दूसरी व तीसरी सूची में सीट होने के बावजूद तकनीकी कारणों से नहीं आ सका था. ऐसे में यह सभी छात्र-छात्राएं स्पॉट एडमिशन के लिए पहुंच गये. कई कॉलेजों में विगत एक सप्ताह से स्पॉट एडमिशन की जानकारी लेने के लिए भारी संख्या में छात्र-छात्राएं पहुंच रहे थे. लेकिन विश्वविद्यालय ने कॉलेजों से समन्वय नहीं बनाया. यदि स्पॉट एडमिशन के लिए छात्रों में बढ़ रही रुचि की जानकारी पहले से होती नामांकन प्रक्रिया की तैयारी बेहतर ढंग से की गयी होती. स्नातक में नामांकन के लिए विश्वविद्यालय ने गूगल फॉर्म के माध्यम से ऑनलाइन अप्लाइ लिया था. कई छात्र-छात्राएं जिन्होंने गूगल फॉर्म भरा था. उनका आवेदन पेंडिंग हो गया. जिस कारण भी पहली, दूसरी व तीसरी सूची में उनका नाम नहीं आया. ऐसे छात्र-छात्राएं बार-बार विश्वविद्यालय प्रशासन से शिकायत कर रहे थे. जब स्पॉट एडमिशन की तिथि जारी हुई. तो यह सभी छात्र-छात्राएं जिन्होंने गूगल फॉर्म भरा था और उनका आवेदन पेंडिग हो गया था. वह सब भी विश्वविद्यालय पहुंच गये. जब की विश्वविद्यालय यह सोच रहा था कि पहले तीनों सूची में नाम आने के बाद कम छात्रों का दाखिला हुआ. ऐसे में अब नामांकन की रुचि नहीं है और स्पॉट एडमिशन के लिए भी कम छात्र ही पहुंचेंगे. केंद्र पर छात्रों के हंगामे के बाद पहुंचे कुलपति सुबह 10 बजे हजारों की संख्या में छात्र-छात्राएं नामांकन कराने के लिए विश्वविद्यालय के कैंपस में स्थित परीक्षा भवन के मुख्य गेट पर पहुंच गये थे. लेकिन भीड़ अधिक हो गयी और छात्र उग्र होने लगे. डेढ़ घंटे तक हंगामा की स्थिति बनी रही. अधिक भीड़ में दब जाने से 10 से अधिक छात्राएं बेहोश हो गयीं. जिन्हें छात्रों व अभिभावकों के सहयोग से पेड़ की छांव के नीचे लाया गया. सूचना के बाद अपने कार्यालय कक्ष से करीब 12.10 बजे कुलपति प्रो परमेन्द्र कुमार बाजपेई परीक्षा विभाग में बनाये गये नामांकन केंद्र पर पहुंचे. यहां केंद्र में प्रवेश करने के लिए कुलपति को भी काफी मशक्कत करनी पड़ी. सुरक्षाकर्मी काफी मुश्किल से उन्हें अंदर ले गये. इसके बाद कुलपति ने वहां नामांकन प्रक्रिया से संबंधित व्यवस्थाओं की जानकारी ली और पदाधिकारी और कर्मियों को कड़ी फटकार भी लगायी. छात्र उग्र हो रहे थे. जिसके बाद कुलपति ने सभी छात्रों का आवेदन अविलंब लेने का निर्देश दिया. जिसके बाद करीब एक घंटे में दो हजार से अधिक छात्र-छात्राओं का आवेदन लिया गया. हालांकि सभी छात्रों का नामांकन ऑन स्पॉट कर पाना मुश्किल था. ऐसे में तत्काल नामांकन की प्रक्रिया को टाल दिया गया और वेबसाइट पर ही नामांकन की लिस्ट जारी करने के बाद कही गयी. जिसके बाद छात्र निराश होकर लौट गये. 31 अगस्त तक बढ़ायी गयी तिथी कुलपति ने कहा कि स्पॉट एडमिशन कराने के लिए छात्रों की भीड़ अधिक हो गयी थी. मैंने स्वयं केंद्र पर जाकर व्यवस्थाओं का जायजा लिया और पदाधिकारी व कर्मियों को निर्देश दिया. जो छात्र-छात्राएं स्पॉट एडमिशन कराने आये थे उनसे आवेदन ले लिया गया है. 31 अगस्त तक नामांकन की तिथि बढ़ा दी गयी है. एक-दो दिनों में सभी आवेदनों की स्क्रूटनी कर फाइनल सूची वेबसाइट पर जारी कर दी जायेगी. जिसके आधार पर नामांकन होगा.
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