Chhapra News : गुलाबी ठंड में भी डंक मार रहे हैं मच्छर, डेंगू मरीजों की बढ़ रही संख्या
Chhapra News : घरों और आमजनों में इस बात को लेकर काफी चर्चा रहती है कि गर्मी में ही मच्छर का प्रकोप रहता है. जाड़े में इसमें कमी हो जाती है, लेकिन जैसे-जैसे ठंड बढ़ती जा रही है मच्छरों का प्रकोप भी बढ़ता जा रहा है.
छपरा. घरों और आमजनों में इस बात को लेकर काफी चर्चा रहती है कि गर्मी में ही मच्छर का प्रकोप रहता है. जाड़े में इसमें कमी हो जाती है, लेकिन जैसे-जैसे ठंड बढ़ती जा रही है मच्छरों का प्रकोप भी बढ़ता जा रहा है. इतना ही नहीं कीड़े-मकौड़े भी अब तक समाप्त नहीं हुए हैं. नगर निगम क्षेत्र में तो मच्छरों का प्रकोप कुछ इस कदर है कि लोगों की रात की नींद हराम हो गयी है और रजाई कंबल की तरह मच्छरों को भी अपनी नींद में शामिल कर लिया गया है. जो जानकारी मिल रही है उसके अनुसार डेंगू मरीजों की संख्या भी लगातार बढ़ती जा रही है. अक्टूबर तक डेंगू मरीजों की संख्या लगभग डेढ़ सौ थी अब यह संख्या ढाई सौ को पार कर चुकी है. हालांकि अधिकारी डेढ़ सौ के आसपास ही पीड़ित की संख्या बता रहे हैं.
ग्रामीण क्षेत्रों में भी परेशानी
जिला मुख्यालय समेत सारण जिले के विभिन्न प्रखंड क्षेत्र में मच्छरों का भीषण प्रकोप है. शाम ढलते ही मच्छर लोगों के घरों पर हमला बोल जीना मुश्किल कर देते हैं. आलम यह है कि आल आउट हो या कछुआ छाप मच्छर अगरबत्ती मच्छरों पर इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ता है. इलाके के जलजमाव वाले क्षेत्र में मच्छरों का प्रकोप तो ज्यादा है. उसमें एनोफिल नामक मच्छर का प्रकोप है. जो कालाजार जैसी गंभीर बीमारी के वाहक हैं. इनका खात्मा डीडीटी के छिड़काव से होता है. चिकित्सक डॉ के एम दुबे की मानें तो तमाम मच्छर परजीवी होते हैं. किसी गंभीर रोग से ग्रसित व्यक्ति का खून चुसने के बाद यदि वही मच्छर किसी स्वस्थ्य व्यक्ति को काटता है तो वे स्वस्थ्य व्यक्ति उस रोग का शिकार हो जाते हैं.
समय-समय पर डीडीटी का छिड़काव जरुरी
चिकित्सकों के अनुसार घर के आसपास की जगहों का साफ-सफाई करना, सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करना एवं समय-समय पर डीडीटी का छिड़काव करना इससे बचा जा सकता है. इस बाबत सिविल सर्जन ने बताया कि बाढ़ के बाद जिला मुख्यालय समेतप्रखंड क्षेत्र में डीडीटी का छिड़काव किया गया है. पुन: छिड़काव किया जायेगा. नगर निगम के स्तर से भी कार्रवाई हो रही है फागिंग और एंटी लारवा केमिकल का छिड़काव हो रहा है.ग्राम पंचायतों को भी फॉगिंग का अधिकार
नगर पालिका व पंचायतों के पास साफ-सफाई के लिए पैसा रहता है. अब ग्राम पंचायतों में सफाई, फॉगिंग व कीटनाशकों के छिड़काव के लिए ग्राम प्रधानों को भी अधिकारी दे दिया गया है. ग्राम विकास निधि से ग्राम प्रधान छिड़काव करा सकते हैं. कुल मिलाकर ग्रामीण क्षेत्र भी मच्छरों के प्रकोप से वंचित नहीं है काफी संख्या में मलेरिया और डेंगू के मरीज सामनेआ रहे हैं. स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार संभल जनपद में तीन माह में 150 डेंगू रोगियों की पुष्टि हुई है. जबकि निजी लैब और अस्पतालों में मरीजों की भरमार रही थी. अभी भी अस्पताल में डेंगू के मरीज आ रहे हैं.इसका कारण मच्छर हैं. विशेषज्ञों के मुताबिक 18 डिग्री तापमान के नीचे मच्छरों का लार्वा निक्रिय हो जाता है, लेकिन पर्यावरण में परिवर्तन के चलते मच्छरों का प्रकोप दिखाई दे रहा है.स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम डेंगू और मलेरिया को लेकर टीमों को अलर्ट कर चुका है.
स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम डेंगू और मलेरिया को लेकर टीमों को अलर्ट कर चुका है. लगातार फॉगिंग करायी जा रही है. डीडीटी का छिड़काव भी हुआ है. स्थिति नियंत्रण में है. जो भी आवश्यक कदम है वो उठाये जा रहे हैं.
सुनील कुमार पांडे, नगर आयुक्तडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है