Saran News : अधिकतर मुहल्लों में नहीं हैं जल निकासी के इंतजाम, हजारों की आबादी प्रभावित

Saran News : छपरा. शहर के दर्जनों मुहल्लों में जलजमाव स्थायी समस्या बनी हुई है. बीते शनिवार को रात भर हुई बारिश से यहां स्थिति और अधिक बदतर हो गयी है. कई मुहल्ले तो ऐसे हैं, जहां विगत पांच साल से जलनिकासी के इंतजाम नहीं किये गये हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | August 16, 2024 2:57 AM
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Saran News : छपरा. शहर के दर्जनों मुहल्लों में जलजमाव स्थायी समस्या बनी हुई है. बीते शनिवार को रात भर हुई बारिश से यहां स्थिति और अधिक बदतर हो गयी है. कई मुहल्ले तो ऐसे हैं, जहां विगत पांच साल से जलनिकासी के इंतजाम नहीं किये गये हैं. इस कारण यहां के लोगों को काफी परेशानी से गुजरना पड़ता है. पांच साल पहले जब छपरा को नगर निगम का दर्जा मिला था. तब लोगों को यह उम्मीद थी कि शहर में ड्रेनेज सिस्टम का विकास होगा. खनुआ नाले का भी मेंटेनेंस कराया जायेगा. हाल के दिनों में खनुआ नाले के कुछ हिस्सों का जीर्णोद्धार तो हुआ, लेकिन अभी भी दर्जनों जगहों पर नाले की कनेक्टिविटी बंद होने के कारण शहर में जल निकासी एक बड़ी समस्या बनी हुई है. जलजमाव वाले इलाकों में आवागमन तो बाधित रहता ही है.

Saran News : मुख्य सड़क पर जल जमाव, आवागमन बाधित

सरकारी बाजार इलाके के आसपास के मुहल्लों में विगत एक दशक से जलजमाव की स्थायी समस्या बनी हुई है. यहां सरकारी बाजार, तिनकोनिया मोड़, मौना चौक, भरत मिलाप चौक, बानगंज, दलदली बाजार आदि जगहों पर हल्की सी बरसात में भी घुटने भर पानी जमा हो जाता है. क्योंकि इस इलाके से होकर गुजर रहे खनुआ नाले की सफाई में उदासीनता बरती जाती है. मौना व सरकारी बाजार रोड से गुजर रहे खनुआ नाले में कचरा भरा हुआ है. छपरा के प्रभुनाथ नगर में भी बारिश के बाद पूरा इलाका जलमग्न हो चुका है. यहां मुख्य सड़क पर भारी मात्रा में जल जमा है, जिससे आवागमन पूरी तरह ठप है. शहर के पश्चिमी क्षेत्र में स्थित भगवान बाजार थाना रोड में सालों भर जलजमाव रहता है. थाना रोड में मौजूद धर्मनाथ धनी द्वार से लेकर भगवान बाजार थाना के बीच विगत कई माह से नालों की उड़ाही नहीं हुई है. इस रूट से होकर ही ऐतिहासिक धर्मनाथ मंदिर तक श्रद्धालु जाते हैं.

वहीं, इस मुहल्ले में ही करीब दो दर्जन निजी शिक्षण संस्थान तथा शहर के प्रमुख चिकित्सकों का क्लीनिक भी मौजूद है. इस इलाके में रहने वाले 200 से अधिक घरों के लोग बरसात हो या सामान्य दिन हमेशा जलजमाव के बीच संघर्ष करते रहते हैं. कई बार लोगों ने इसकी शिकायत भी नगर निगम में की, लेकिन उनकी कोई सुन नहीं रहा है. शहर का बजरंग नगर शिक्षा के हब के रूप में जाना जाता है. यहां विगत एक दशक में 150 से ज्यादा कोचिंग संस्थान खुल चुके हैं. वहीं, करीब 10 प्राइवेट स्कूल भी इसी इलाके में मौजूद हैं. रोजाना पांच से 10 हजार छात्र-छात्राएं इस इलाके में पढ़ने आते हैं. लेकिन, इन छात्रों को जलजमाव से होकर गुजरना पड़ता है. साल में एक से दो बार ही इस इलाके में नाले की उड़ाही होती है. एक साल पहले यहां सड़क निर्माण भी कराया गया. लेकिन, गैस पाइपलाइन बिछाने के नाम पर नयी सड़क को तोड़ दिया गया, जिसके बाद से अब तक इस सड़क का मेंटेनेंस नहीं हुआ है, जिस कारण खोदी गयी मिट्टी बरसात के समय कीचड़ में तब्दील हो गयी है. रावल टोला कटहरी बाग रोड के आसपास के मुहल्लों में जलजमाव स्थायी रूप से लोगों की परेशानी का कारण है.

मुहल्ले के दिनेश शर्मा, मुकुंद, अजय, आशुतोष, जीतेंद्र, संदीप आदि ने बताया कि उनके मुहल्ले में रहने वाले सभी किरायेदार धीरे-धीरे मोहल्ला छोड़कर दूसरे जगहों पर जा रहे हैं. जलजमाव के कारण किरायेदार अब यहां रहना पसंद नहीं करते. वहीं उनके मुहल्ले में फेरी वाले दुकानदार भी नहीं आ रहे हैं. मामले में नगर आयुक्त सुमीत कुमार ने कहा कि इस साल बरसात होने से पहले ही कई इलाकों में नालों की उड़ाही युद्ध स्तर पर करायी गयी है. हाल ही में शहर से बाहर जाने वाले निकासी के सभी नालों की उड़ाही भी करायी गयी है, जिससे अब पानी तेजी से निकल रहा है. जिन मुहल्ले में जलजमाव की समस्या है. वहां भी निकासी के इंतजाम कराये जा रहे हैं.

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