छपरा. : लॉकडाउन के बीच भले ही लोग सामाजिक दूरी मेंटेन कर रहे हैं. लेकिन रिश्तों में नजदिकियां पहले से अधिक बढ़ने लगी हैं. सास, बहू और ननद के बीच दिन भर संवाद का सिलसिला चल रहा है. सास घर की पुरानी परंपराओं व रीति रिवाजों से नयी नवेली बहूओं को अवगत करा रही हैं. वहीं देवरानी और जेठानी भी अपनी ननदों के साथ रिश्तों को एक नया आकार दे रही हैं. सुबह होते ही अब एक दूसरे के बीच दिन का काम बांट लिया जा रहा है. चूंकि लॉकडाउन के कारण लोगों ने अपने-अपने घरों में बाहर से काम करने आने वाली मेट को छुट्टी दे दी हैं. ऐसे में घर की महिलाएं ही सभी काम काज निबटा रही हैं. सुबह नाश्ता व खाना बनाने के बाद अगले दिन के मेन्यू भी डिसाइड कर लिये जा रहे हैं.
देवरानी व जेठानी घर के सभी सदस्यों के लिए भोजन तैयार कर रही हैं. वहीं सास इस काम में उनकी मदद कर रही हैं. दोपहर के समय एक साथ बैठकर घर से जुड़े पुराने संस्मरणों को याद किया जा रहा है. कोई अपनी शादी के समय के अनुभवों को साक्षा कर रहा है तो, कोई अपनी कॉलेज लाइफ के अनुभव बांट रहा है. सास व बहू के बीच मित्रवत व्यवहार घर के पुरुष सदस्यों को भी नयी ऊर्जा दे रहा है. शाम होते ही चाय पर सभी एक साथ बैठ रहे हैं. घर की बहुओं व बेटियों के बीच खूब जम रही है.
जैसे ही टेलीविजन पर कोरोना से जुड़ी कोई भी खबर सामने आ रही है. सभी एक दूसरे को सतर्क व सुरक्षित रहने की सलाह दे रहे हैं. बहुएं पहले से अधिक सास का ख्याल रख रही है. वहीं सास भी मां बनकर अपनी बहुओं की हर जरूरतों का ध्यान रख रही है. कोरोना वायरस भले ही पूरे देश में तेजी से फैल रहा है. लेकिन घर के रिश्ते सामाजिक दूरी के मापदंडों से अलग होकर पहले से कहीं अधिक सुकून दे रहे हैं.