बिहार के सारण के देवती स्थित जवाहर नवोदय विद्यालय के 12वीं कक्षा के छात्र आशीष उर्फ रोहित ने बुधवार की रात अपने हॉस्टल के मुख्य गेट पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. मृतक छात्र छपरा के तेलपा पुलिस लाइन निवासी और वार्ड 36 के पूर्व वार्ड पार्षद कृष्णा राय का बेटा है. मृतक का सुसाइड नोट हॉस्टल के कमरे से बरामद हुआ है. जिसमें उन्होंने लिखा है कि वह इन दिनों अपनी पढ़ाई को लेकर काफी चिंतित थे. इसलिए उसने आत्महत्या जैसा यह कदम उठाया है. उनके सुसाइड नोट के मुताबिक स्कूल के किसी भी शिक्षक या छात्र की इसमें कोई संलिप्तता नहीं थी. घटना के बाद परिजनों में कोहराम मच गया है.
परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल
इस हादसे के बाद पूरे विद्यालय परिसर का माहौल गमगीन हो गया है. हॉस्टल के सभी छात्र इस घटना के बाद सहमे हुआ दिखे. खुदकुशी की इस घटना के बाद स्कूल प्रबंधन द्वारा परिजनों को इसकी सूचना दी गयी. जिसके बाद परिजन आनन-फानन में वहां पहुंचे. वहीं घटना की सूचना मिलते ही पुलिस भी मौके पर पहुंची और शव को अपने कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दिया.
घटना के बाद मृतक की मां अनिता देवी, पिता कृष्णा राय, बहन नेहा कुमारी व निशा कुमारी व परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है. दोपहर बाद मृतक का शव उसके छपरा स्थित आवास पर पहुंचा. जहां मुहल्ले वाले लोगों की काफी भीड़ जुट गयी. रोहित के मौत की खबर सुनते ही पूरे मुहल्ले व आसपास के लोग भी गमगीन दिखे.
स्कूल में परीक्षा चल रही थी
विद्यालय प्रभारी प्राचार्य समर केतु ने घटना के बारे में बताया कि जांच के बाद घटना के पीछे की सच्चाई सामने आयेगी. मिली जानकारी के अनुसार 12 वीं का छात्र आशीष उर्फ रोहित विद्यालय में चल रहे परीक्षा में मौजूद था. इस बीच बुधवार की रात्रि हॉस्टल में सोने के दौरान मुख्य गेट में लटक कर आत्महत्या कर ली. आनन फानन में विद्यालय प्रबंधक के द्वारा शव को उतारकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र परसा ले जाया गया. जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
घटना की सूचना मिलते ही परसा थानाध्यक्ष सुनील कुमार व दरियापुर थानाध्यक्ष तामीर आलम सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे और प्राचार्य से घटना की जानकारी ली. पुलिस ने बताया कि फॉरेन्सिक टीम ने भी मौके पर पहुंच कर कई अहम जानकारी हासिल की.
मम्मी-पापा मुझे माफ कर दें…
हॉस्टल से जो सुसाइड नोट बरामद हुआ है. उसमें छात्र ने लिखा है कि मैंने यह जो भी कदम उठाया है. उसका जिम्मेदार मैं खुद हूं. किसी भी टीचर या स्टूडेंट की इसमें कोई गलती नहीं है. इसलिए उन्हें कोई कुछ नहीं कहे. मैं अपनी पढ़ाई को लेकर काफी परेशान था. इसलिए मैंने यह कदम उठाया. मम्मी-पापा मुझे माफ कर दीजियेगा. मैं इस लायक नहीं हो सका कि आपका नाम रोशन कर सकूं. इस घटना के बाद मृतक के पिता से पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि मैं अभी कुछ भी बताने की स्थिति में नहीं हूं.
Also Read : बक्सर के डुमरांव BMP परिसर में जवान ने की खुदकुशी, पेड़ पर लगे फंदे से लटक रहा शव बरामद