छपरा. शहर में नगर निगम द्वारा किसी भी चौक-चौराहे पर यात्री शेड की व्यवस्था नहीं की गयी है. एक दो जगह पर जो यात्री शेड है. वह विभिन्न समाजसेवी संस्थाओं द्वारा बनवायी गयी है. यात्री शेड के अभाव में ठंड के दिनों में लोग सड़क किनारे खड़े रहकर वाहनों का इंतजार करते हैं. शहर के भगवान बाजार चौक, अस्पताल चौक, थाना चौक, साहेबगंज चौक, नगर निगम चौक, योगिनियां कोठी मोड़, सांढा, गांधी चौक, काशी बाजार, राजेंद्र कॉलेज मोड़, गुदरी बाहरी मोड़ तथा श्याम चौक से प्रतिदिन इ-रिक्शा व ऑटो से बैठकर यात्री विभिन्न स्थानों तक आवागमन करते हैं. ठंड के दिनों में इन सभी यात्रियों को खुले में ही काफी देर तक खड़े रहने की मजबूरी बनी हुई है. ठंड ही नहीं बल्कि गर्मी व बरसात के समय में भी यात्री शेड के अभाव में लोगों को काफी परेशानी होती है. गर्मी में धूप में सड़क पर खड़े रहना पड़ता है. वहीं बरसात में भी यात्रियों को आसपास के दुकानों के शेड में शरण लेनी पड़ती है.
पांच हजार से अधिक हैं नियमित यात्री
शहरी क्षेत्र में पूर्वी से पश्चिमी छोर के बीच सैकड़ों छोटे-बड़े वाहन डेली सर्विस के तौर पर चलाये जाते हैं. छपरा रेलवे जंक्शन, गुदरी, ब्रम्हपुर, अस्पताल चौक, साहेबगंज, थाना चौक, कटहरीबाग, मेवालाल चौक, गांधी चौक, नेहरू चौक और साढ़ा बाजार से लगभग 4000 नियमित यात्री ऑटो रिक्शा, साइकिल रिक्शा, इ रिक्शा, मैजिक और अन्य वाहनों से शहरी क्षेत्र में आठ से दस किलोमीटर के बीच यात्रा करते हैं. सरकारी बाजार, हथुआ मार्केट, रेलवे जंक्शन और छपरा व्ययवहार न्यायालय के पास सर्वाधिक पैसेंजर ऑटो रिक्शा के इंतजार में खड़े रहते हैं.बुजुर्ग और दिव्यांगों को होती है परेशानी
यात्री पड़ाव नही होने के कारण बुजर्गों और दिव्यांगों को सबसे ज्यादा परेशानी होती है. इन्हें सड़क किनारे खड़े होकर वाहन आने का इंतजार करना पड़ता है. यदि समय से वाहन ना मिले तो उन्हें सड़क पर ही खड़े होकर वाहनों का इंतजार करना पड़ता है.
क्या कहती हैं डिप्टी मेयर
शहर में कुछ जगहों पर यात्री पड़ाव निर्माण को लेकर नगर निगम के बोर्ड की बैठक में प्रस्ताव रखा गया है. कुछ जगहों पर पहले से यात्री पड़ाव है. जहां से अतिक्रमण हटाया जा रहा है.रागिनी देवी, डिप्टी मेयर, नगर निगम
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