जिलाधिकारी ने डीसीओ को हर हाल में लक्ष्य प्राप्ति का दिया है आदेश
सारण धान की खरीदारी के लक्ष्य पहुंचने के करीब है लेकिन अभी भी महज पांच दिनों में 19000 में ट्रिक टन धान की खरीद करनी है.
छपरा.
सारण धान की खरीदारी के लक्ष्य पहुंचने के करीब है लेकिन अभी भी महज पांच दिनों में 19000 में ट्रिक टन धान की खरीद करनी है. ऐसे में सहकारिता विभाग के अधिकारियों के लिए थोड़ा टेंशन वाला विषय है. जिलाधिकारी अमन समीर लगातार जिला सहकारिता विभाग के अधिकारियों को दिशा निर्देश दे रहे हैं और लक्ष्य की प्राप्ति हर हाल में करने का आदेश भी दे चुके हैं. जानकारी हो कि धान खरीदारी का लक्ष्य 1.13 लाख मीट्रिक टन है.अभी तक 12111 किसानों से हुई खरीदारी :
धान खरीद की प्रक्रिया 1 नवंबर 2024 से शुरू हुई. शुरू में सारण में धान की खरीद की प्रक्रिया काफी धीमी रही. इस बात का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि 75 दिनों में अभी तक महज 51253 मीट्रिक टन धान की खरीद हुई थी. लेकिन जैसे ही जिलाधिकारी ने संबंधित पदाधिकारी की क्लास लगायी उसके बाद से स्थिति में सुधार होने लगा. वर्तमान स्थिति यह है कि 10 फरवरी को धान खरीदारी के 100 दिन पूरे हो चुके हैं अब तक 94924 मीट्रिक टन धान की खरीदारी 267 समितियां के माध्यम से 12111 किसानों से हुई है. धान की खरीद की प्रक्रिया 15 फरवरी 2025 तक किसानों से निर्धारित न्यूनतम समर्थन मूल्य पर की जानी है. 15 जून 2025 तक सीएमआर जमा करने की अवधि निर्धारित है.94924 मीट्रिक टन चावल बदले में मिले :
जितनी धान की खरीदारी हुई है उसके बदले में 25288 मीट्रिक टन चावल प्राप्त हुआ है. हालांकि बताया यह भी जा रहा है कि राइस मिल को अभी तक 35908 मीट्रिक टन धान गया है अभी प्रक्रिया चल रहा है लेकिन इसकी गति भी काफी धीमी है. इस वर्ष सामान्य धान के लिए ₹2300 प्रति क्विंटल तथा ग्रेड ””””””””ए”””””””” धान के लिये ₹2320 प्रति क्विंटल का लक्ष्य निर्धारित है. प्रति रैयत किसान से अधिकतम 250 क्विंटल तथा प्रति गैर रैयत किसान से अधिकतम 100 क्विंटल धान क्रय किया जा सकता है. किसानों की पहली पसंद सरकारी दर् पर धान बेचना है क्योंकि बाजार में उन्हें 1700 से 1900 के बीच रेट मिल रहे हैं जबकि सरकार की ओर से 23 00 का रेट मिल रहा है. लेकिन परेशानी यह है कि किसानों को सही समय पर पैसा नहीं मिलता जिस वजह से वह व्यवसायियों के हाथों धान बेच दे रहे हैं सारण का धान दूसरे राज्यों और जिलों में जा रहा है इसमें बिचौलिए भूमिका निभा रहे हैं. जिससे लक्ष्य प्राप्ति में बाधा पहुंच रही है. 2024 में सारण जिला के 247 पैक्स तथा 11 व्यापार मंडल धान खरीद के लिए चयनित किये गये हैं. धान खरीद के तहत सीएमआर के लिए 32 राइस मिलों का निबंधन किया गया है. सबसे बड़ी राहत देने वाली बात है कि अब स्थिति में सुधार हुआ है और सारण जिला जल्द ही बिहार के टॉप फाइव जिलों में सामने दिखेगा.रैंकिंग सुधरी, राहत वाली खबर :
धान खरीदारी में सारण जिला बिहार के 38 जिलों में 14वें स्थान पर पहुंच गया है 1 से 2 दिनों में टॉप टेन में पहुंच जायेगा. 15 फरवरी तक टॉप फाइव में पहुंचने की उम्मीद है. हालांकि किसानों को भुगतान के मामले में टॉप 5 में सारण जिला पहुंच चुका है. विभाग का 15 करोड़ रुपये अभी बकाया है जैसे ही राशि मिलती है स्थिति में और सुधार होगी.क्या कहते हैं अधिकारी
लक्ष्य के काफी करीब है. अभी पांच दिन का समय है और उम्मीद है कि लक्ष्य को प्राप्त कर लिया जायेगा. सीएमआर भी प्राप्त हो रहा है.सुधीर कुमार सिंह, जिला सहकारिता पदाधिकारीबेहतरी के लिए प्रयास जारी हैप्रयास है कि सारण धान की खरीद के मामले में सम्मानजनक स्थान हासिल करें. किसानों का समय पर भुगतान हो. धान के बदले चावल 100 फीसदी प्राप्त हो, इसके लिए आदेश दे दिये गये हैं, हर हाल में लक्ष्य प्राप्त करना है.
अमन समीर, जिलाधिकारी, सारणडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है