ओपीडी में इलाज के लिए तीन दिनों में आये 250 से अधिक मरीज
छपरा : सदर अस्पताल के ओपीडी विभाग में मरीजों की संख्या अब धीरे-धीरे बढ़ने लगी है. जिला प्रशासन से मिले निर्देश के आलोक में छपरा में शुक्रवार से ही सदर अस्पताल की ओपीडी सेवाएं शुरू कर दी गयी थी. पहले दिन मरीजों की संख्या काफी कम थी, लेकिन धीरे-धीरे मरीजों की संख्या में इजाफा हो […]
छपरा : सदर अस्पताल के ओपीडी विभाग में मरीजों की संख्या अब धीरे-धीरे बढ़ने लगी है. जिला प्रशासन से मिले निर्देश के आलोक में छपरा में शुक्रवार से ही सदर अस्पताल की ओपीडी सेवाएं शुरू कर दी गयी थी. पहले दिन मरीजों की संख्या काफी कम थी, लेकिन धीरे-धीरे मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है. सदर अस्पताल के रजिस्ट्रेशन काउंटर से मिली जानकारी के अनुसार शुक्रवार को ओपीडी में इलाज के लिए कुल 40 मरीजों का रजिस्ट्रेशन किया गया था. वहीं शनिवार को 80 मरीज अस्पताल में इलाज के लिए पहुंचे थे. रविवार को ओपीडी सेवाएं बंद रहती हैं. ऐसे में सोमवार को ओपीडी खुलते ही काफी भीड़ उमड़ पड़ी. दोपहर दो बजे तक 130 मरीजों का रजिस्ट्रेशन हुआ था.
सुबह नौ बजे से ही ओपीडी में मरीजों की कतार लग जा रही है. महिला व पुरुष के लिए अलग-अलग रजिस्ट्रेशन काउंटर बनाये गये हैं. वहीं दवा काउंटर पर भी दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित कराने के लिए अस्पताल प्रबंधन द्वारा संबंधित कर्मियों को निर्देशित किया गया. ओपीडी की व्यवस्थाओं को सुचारु रूप से संचालित कराने के लिए सिविल सर्जन डॉ माधेश्वर झा ने भी महत्वपूर्ण गाइडलाइन जारी किये हैं. सोमवार को करीब 12:30 में सिविल सर्जन ने स्वयं ही ओपीडी पहुंच कर वहां की व्यवस्थाओं का जायजा लिया व अस्पताल प्रबंधक राजेश्वर प्रसाद को भी सभी व्यवस्थाओं की लगातार देखरेख करने के लिए निर्देश दिये.
सिविल सर्जन ने बताया कि सभी चिकित्सकों को नौ बजे ऑन ड्यूटी रहने का निर्देश दिया गया है. जो चिकित्सक समय से ड्यूटी पर नहीं पहुंच रहे हैं उन्हें शो कॉज भी किया जा रहा है.सभी मरीजों को पांच दिनों की उपलब्ध करायी गयी दवा सदर अस्पताल से प्राप्त जानकारी के अनुसार विगत तीन दिनों के अंदर अलग-अलग बीमारियों से पीड़ित मरीज अस्पताल में इलाज के लिए पहुंचे. इनमें से कुल 60 मरीज सर्दी, खांसी व बुखार से पीड़ित थे. ऐसे मरीजों को एहतियात के तौर पर अलग से इलाज किया गया. इन सभी मरीजों को पांच दिनों की दवा उपलब्ध करायी गयी.
वहीं घर जाकर विशेष सावधानी बरतने व स्थिति गंभीर होने पर तुरंत अस्पताल को सूचित करने का भी निर्देश दिया गया. अस्पताल के चिकित्सकों का कहना है कि सर्दी व खांसी के लक्षण वाले जो मरीज अस्पताल में आ रहे हैं, उनमें कोरोना से जुड़े कोई लक्षण नहीं मिले हैं. फिर भी ऐसे मरीजों पर विशेष निगरानी रखी जा रही है. अस्पताल में इलाज के लिए आये सभी मरीजों की थर्मल स्क्रीनिंग की जा रही है. वहीं सदर अस्पताल के महिला रोग विभाग में भी समुचित व्यवस्थाएं की गयी हैं. अस्पताल के ओपीडी में महिलाओं की संख्या भी बढ़ रही है. सोमवार को अस्पताल आये मरीजों को अल्ट्रासाउंड की व्यवस्था उपलब्ध नहीं हो सकी. ऐसे में कई मरीज अस्पताल के बाहर निजी अल्ट्रासाउंड केंद्र में जाकर जांच कराने को मजबूर दिखे.