छपरा. सारण के कई इलाकों में पिछले एक हफ्ते में हुई बारिश से किसानों के चेहरे खिल उठे है और खेतों में धान की रोपाई शुरू हो गई है. खेतों में पानी दिखाई देने लगा है और किसान खेतों में उतर गए हैं. इसके पहले बारिश न होने से किसान परेशान थे. कई इलाकों में हुई झमाझम बारिश से धान की मुरझाती फसल को संजीवनी मिल गई है. जिन इलाकों में अभी तक धान की रोपाई नहीं हो रही थी, वहां भी शुरू हो गई है. तेजी से चल रही धान की रोपनी विभागीय आंकड़ों के मुताबिक सारण में तेजी से धान रोपनी का काम चल रहा है. आंकड़ों के अनुसार, 12 जुलाई यानी शुक्रवार तक लक्ष्य के आठ से10 फ़ीसदी खेतों में धान की रोपनी हो चुकी है. यानी लगभग आठ हेक्टेयर भूमि में रोपनी हो चुकी है. लक्ष्य करीब 97 हजार हेक्टेयर रखा गया है. सामान्य से 25 फीसदी अधिक बारिश कृषि विभाग के अधिकारियों ने बताया कि 12 जुलाई तक सारण में 150 मिलीमीटर बारिश हुई है, जबकी नॉर्मल बारिश 125 मिलीमीटर होने का अनुमान था, ऐसे में लगभग 25 फ़ीसदी अधिक बारिश जुलाई महीने के 12 तारीख तक हो चुकी है. इसका लाभ किसानों को मिल रहा है. पूरे जुलाई माह में नॉर्मल बारिश लगभग 318 मिली मीटर होती है. इस रफ्तार को देखकर कृषि विभाग काफी खुश है. परंपरागत और डीएसआर पद्धति से खेती सारण में रोपनी शुरू होने के साथ ही सबसे अधिक परंपरागत पद्धति अपनाई जा रही है हालांकि जिनके यहां बिचड़ा तैयार नहीं हो पाया था. उन्होंने डायरेक्ट सीडेड राइस पद्धति को इस्तेमाल किया है. यानी डीएसआर पद्धति के माध्यम से सीधे खेतों में धान की रोपनी की जा रही है लेकिन ऐसा करने वाले काफी कम किसान है. अधिकतर किसान अपने परंपरागत पद्धति को अपनाते हुए धान की रोपनी कर रहे हैं. मक्का भी लहलहायेगी कृषि विभाग के अधिकारियों ने बताया कि अच्छी बारिश हुई है और इसका फायदा मक्का फसल को भी होगा. सारण में लगभग 20000 हेक्टेयर में मक्का फसल लगाए जाने हैं और अभी तक 25 फ़ीसदी लक्ष्य को प्राप्त कर लिया गया है. इसी तरह से सारण में 4000 हेक्टेयर भूमि पर अरहर की फसल लगायी जाती है. इसमें भी 25 फ़ीसदी कार्य हो चुका है. बारिश का फायदा किसानों को खूब मिल रहा है. क्या कहते हैं कृषि पदाधिकारी अभी तक की जो स्थिति है उसके अनुसार अच्छी बारिश हुई है 8 से 10हज़ार हेक्टेयर में धान की रोपनी हो चुकी है. बारिश का फायदा मक्का और अरहर फसल को भी मिल रही है. श्याम बिहारी सिंह, जिला कृषि पदाधिकारी, सारण
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