छपरा. खेल मंत्रालय और जिला प्रशासन के संयुक्त तत्वावधान में सारण के खेल भवन में आयोजित राज्य स्तरीय स्कूली बालिका वूशु प्रतियोगिता में प्रतिभागियों ने अपने खेल कौशल का जमकर प्रदर्शन किया. प्रतियोगिता के दौरान बच्चे एक दूसरे को मात देने के लिए हर वो तकनीक अपना रहे थे जो उनके प्रशिक्षकों ने बताया था
इन नियमों को अपना रहे थे प्रतिभागी, जीत का था भरपूर प्रयास
वुशू प्रतियोगिताओं के दौरान एथलीट व्यक्तिगत रूटीन या ताओलू का प्रदर्शन कर रहे थे. वुशू की प्रतियोगिताओं तीन राउंड का था. हर राउंड दो मिनट का था और उनके बीच एक मिनट का आराम दिया जा रहा था. अगर कोई एथलीट अपने प्रतिद्वंद्वी के सिर या धड़ पर वैध पैर तकनीक से प्रहार करता था, तो उसे दो अंक मिलते थे. अगर कोई एथलीट अपने प्रतिद्वंद्वी को नीचे गिराता था और तुरंत एक प्रवाहपूर्ण गति में खड़ा हो जाता था, तो उसे भी दो अंक मिलते थे. वुशू में, एथलीट मुक्का मारने, लात मारने, और फेंकने की तकनीक का इस्तेमाल कर रहे थे. जानकारी होगी कि वुशू को चीनी कुंग फ़ू भी कहा जाता है. वुशू एक पूर्ण मार्शल आर्ट और संपर्क खेल है. वुशु प्रतियोगिता एक अंतरराष्ट्रीय मार्शल आर्ट प्रतियोगिता है जो वुशु खिलाड़ियों के कौशल और क्षमताओं का प्रदर्शन करती है. तकनीकी पदाधिकारी के रूप में मौजूद संजय कुमार, संजीव कुमार यादव, अनूप कुमार सिन्हा, चंदन कुमार, नूतन कुमारी, मुकेश कुमार, विनय पंडित, सोनू शाह, शत्रुघन कुमार, सनी कुमार, मकबूल वारिस, वरुण सिंह, भानुप्रिया आदि ने बताया कि देर शाम तक क्वार्टर फाइनल और सेमीफाइनल के लिए परिणाम तैयार किया जा रहे थे, सोमवार को फाइनल रिजल्ट किसका आ जाएगा की कौन जिला ओवरऑल चैंपियन बना.
राज्यस्तरीय स्कूली बालिका वुशु प्रतियोगिता में प्रतिभागियों ने दिखाये कौशलराज्य स्तरीय स्कूली बालिका वूशु प्रतियोगिता के अंदर-19 वर्ग में समस्तीपुर की सरिता कुमारी ने गोल्ड मेडल जीत कर सबको पीछे छोड़ दिया है. अंडर-19 में ही बक्सर की रंजनी कुमारी को सिल्वर मेडल मिला है जबकि भोजपुर की मिस्टी और बेगूसराय की प्रिया कुमारी को ब्रोंज मेडल से संतोष करना पड़ा है. देर शाम में परिणाम आने के साथ ही विजयि प्रतिभागियों में खुशी की लहर दौड़ गई. अभी अंदर 17 का परिणाम आना बाकी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है