Chhapra News : ठंड की धमक से अस्पतालों में 30 फीसदी तक बढ़े मरीज
Chhapra News : सदर अस्पताल समेत विभिन्न निजी अस्पतालों के ओपीडी में ठंड से प्रभावित होकर बीमार पड़ने वाले मरीजों की संख्या बढ़ी है. बीते एक सप्ताह में सदर अस्पताल के ओपीडी में 30 फीसदी तक मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी देखी जा रही है.
छपरा. सदर अस्पताल समेत विभिन्न निजी अस्पतालों के ओपीडी में ठंड से प्रभावित होकर बीमार पड़ने वाले मरीजों की संख्या बढ़ी है. बीते एक सप्ताह में सदर अस्पताल के ओपीडी में 30 फीसदी तक मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी देखी जा रही है. सुबह-शाम दोनों ही शिफ्ट में भीड़ दिख रही है. खासकर ओपीडी के चाइल्ड वार्ड में इन दिनों मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है. अभिभावक अपने छोटे बच्चों को इलाज के लिए लेकर आ रहे हैं. बच्चों में पेट दर्द, सर दर्द, बुखार, खांसी तथा कोल्ड डायरिया की शिकायत भी आ रही है. ज्यादातर बच्चे स्कूल जाते समय सुबह में ठंड की चपेट में जाकर बीमार पड़ रहे हैं। दिन में धूप जरूर निकल रही है. लेकिन दिन भर कनकनी होने से परेशानी बढ़ गयी है. बुजुर्गों में भी ब्लड प्रेशर बढ़ने की शिकायत मिल रही है. वहीं शुगर व थायराइड वाले मरीजों की परेशानी भी इन दोनों बढ़ गयी है. सोमवार को ओपीडी में पहले शिफ्ट में चाइल्ड वार्ड में 134 अभिभावकों ने अपने बच्चों के इलाज के लिए पंजीयन कराया. जबकि दोपहर दो बजे तक ओपीडी के सभी वार्डों में 534 मरीज का पंजीयन हुआ. सेकंड शिफ्ट में भी अन्य दिनों की अपेक्षा मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी दिख रही है.
सभी दवाओं का स्टॉक हुआ अपडेट
मरीजों की बढ़ती दिखे तो देखकर अस्पताल प्रशासन भी इस समय अलर्ट मोड में है. अस्पताल प्रबंधक राजेश्वर प्रसाद ने बताया कि मेडिसिन विभाग में 94 प्रकार की दवाएं मौजूद हैं. वहीं इमरजेंसी विभाग को भी एलर्ट मोड में रखा गया है. प्रतिदिन इमरजेंसी में भी करीब 14-15 मरीज ठंड से प्रभावित होकर इलाज के लिए आ रहे हैं. जो मरीज गंभीर स्थिति में है. उन्हें इमरजेंसी विभाग के वार्ड में शिफ्ट किया जा रहा है. चिकित्सकों को भी निर्धारित समय पर ड्यूटी पर आने का निर्देश जारी किया गया है. सदर अस्पताल के वरीय चिकित्सक डॉ केएम दुबे ने बताया कि बच्चों व बुजुर्गों पर इस समय विशेष ध्यान देने की जरूरत है. गुनगुना पानी लाभदायक होगा. बुजुर्गों में तापमान के उतार-चढ़ाव के कारण ब्लड प्रेशर बढ़ने के कारण लकवा की शिकायत भी आ रही है. ऐसे में सावधानी अधिक जरूरी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है