छपरा. निगम क्षेत्र के प्रमुख सड़क में शुमार नगर पालिका चौक से सलेमपुर होते हुए गांधी चौक तक जर्जर हो चुकी है. जिला के प्रमुख सरकारी कार्यालय, प्रमंडलीय कार्यालय और कोर्ट कचहरी जाने वाली इस सड़क की स्थिति लगातार जर्जर होते जा रही है और इसे दुरुस्त कराने में प्रशासन उदासीन है. वही नगर निगम क्षेत्र के सौ से अधिक स्थानों पर नल का स्लैब टूटा हुआ है जिसकी वजह से इंसान तो इंसान जानवर भी दुर्घटना के शिकार हो रहे हैं. नगर निगम इसे लेकर भी कुछ नहीं कर रहा है.
आलम यह है हर कदम पर गढ्ड़ा है और सड़क पर लोगों को आवाजाही करने में काफी मशक्कत करनी पड़ती है. गढ्ड़े में तब्दील सड़क पर वाहनों की रफ्तार धीमी रहती है और दिनभर जाम की समस्या उत्पन्न रहती है. आए दिन दुर्घटनाएं होते रहती हैं. सबसे अधिक ऑटो और टोटो वाहन पलटते हैं. कई सामाजिक कार्यकर्ताओं ने वाहन पलटने की घटनाओं को सोशल मीडिया पर भी डाला है बावजूद अधिकारियों के कानों पर जूं तक नहीं रेंगती.
लोगों ने आवाज उठायी फिर भी नहीं हुई कोई सुनवाईयहां तक की स्थानीय लोगों एवं विभिन्न संगठनों द्वारा सड़क निर्माण को लेकर आवाज उठायी गयी, लेकिन जिला प्रशासन और नगर निगम द्वारा अब तक सिर्फ जल्द निर्माण को लेकर आश्वासन ही मिल रहा है. लोगों का कहना है कि अगर मुख्यमंत्री या उस स्तर के बड़े नेता छपरा पहुंचेंगे और गांधी चौक से सर्किट हाउस और समाहरणालय उस रास्ते जाएंगे तो रातों-रात सड़क बन जाएगी. उस समय तुरंत निविदा हो जाती है और सड़क का निर्माण हो जाता है. लेकिन रोड टैक्स भरने वाले आम नागरिक आज खराब सड़क के कारण परेशानी का सामना कर रहे हैं तो उसके सुविधा के लिए समय से सड़क निर्माण कार्य पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है.
डबल डेकर सड़क निर्माण में बाधा हालांकि यह सड़क अभी तक नहीं बनने का दूसरा कारण यह भी बताया जा रहा है कि इस रोड में डबल डेकर पुल का निर्माण होना है, ऐसे में रोड पूरी तरह से तोड़ा जाएगा. ताकि पाइलिंग हो सके, ऐसे में सड़क निर्माण करना लाखों रुपए की बर्बादी होगी. लेकिन सवाल यह उठता है कि पिछले 1 साल से ऐसी स्थिति बनी हुई है लोग तबाह है, डबल डेकर कब बनेगा कब नहीं, वर्तमान में तो लोग परेशान हो रहे हैं कम से कम सड़क की मरम्मती की जानी चाहिए थी.सौ से अधिक जगहों पर टूटे हैं स्लैब
निगम क्षेत्र के वार्ड 1 से 45 तक में 100 से अधिक जगहों पर नालें के स्लैब टूटे हुए हैं. इनमें नालो का ढक्कन भी शामिल है. स्लैब टूटे होने की वजह से आए दिन राहगीर दुर्घटनाग्रस्त होते हैं सबसे अधिक घटनाएं रात में होती है जब किसी को पता नहीं होता है की कुछ दूर पैदल चल रहे हैं और आगे स्लैब गायब है. शहर के तेलपा से लेकर बरहमपुर तक यह स्थितिबरकरार है. क्या कहते हैं महापौरइस सड़क का निर्माण जरूरी है. लेकिन डबल डेकर निर्माण की वजह से आरसीडी और नगर निगम कुछ नहीं कर पा रहा है. जहां तक स्लैब टूटे होने की बात है, उसे पर निगम की नजर है जल्द ही दुरुस्त होंगे.
लक्ष्मी नारायण गुप्ता,महापौर ,छपरा नगर निगम
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