Chapra News : अतिक्रमण व टूटी गलियों से लोगों का बुरा हाल, आवागमन में हो रही परेशानी

Chapra News : गलियों के जर्जर होने के पीछे का प्रमुख कारण है कि शहर में जब भी कोई निर्माण कार्य होता है. तो विभिन्न एजेंसी व विभागों के बीच समन्वय का अभाव दिखता है.

By Prabhat Khabar News Desk | January 20, 2025 10:27 PM

छपरा. छपरा शहर को अंग्रेजों के समय में ही विकसित किया गया था. यहां सरकारी बाजार व गुदरी बाजार अंग्रेजी शासन के दौरान ही पूरी प्लानिंग के तहत बसाया गया. वहीं इनके आसपास के मुहल्लों की कनेक्टिविटी एक दूसरे मुहल्लों से है. शहर के सभी मुहल्ले एक दूसरे के साथ जुड़े हैं. उदाहरण के तौर पर यदि कोई व्यक्ति भिखारी ठाकुर चौक पर जाम में फंसता है. तो उसे शहर के दूसरे छोर श्यामचक तक आने के लिए मुख्य मार्ग का इस्तेमाल नहीं करना पड़ेगा. वह शहर के दक्षिण दिशा में स्थित वैकल्पिक मार्गों के जाल से ही श्यामचक तक जा सकता है. वहीं श्याम चक से भिखारी ठाकुर चौक तक आने के लिए भी सौ से अधिक गली-मोहल्ले व वैकल्पिक मार्ग मौजूद हैं. शहर के मध्य भाग में सरकारी बाजार, मौना, सलेमपुर, सोनार पट्टी, दहियावां, साधनापुरी, नयी बाजार, कटरा, नवीगंज, दौलतगंज, गुदरी आदि मुहल्लों में भी पांच सौ से अधिक गलियां मौजूद हैं. जिन सभी का संपर्क शहर के मुख्य मार्ग से जुड़ा हुआ है. इनमें से आज अधिकतर जर्जर हैं.

गली-मुहल्लों से आवागमन करने से कतराते हैं लोग

अधिकतर गलियों के जर्जर होने के पीछे का प्रमुख कारण है कि शहर में जब भी कोई निर्माण कार्य होता है. तो विभिन्न एजेंसी व विभागों के बीच समन्वय का अभाव दिखता है. छह माह पहले जिस सड़क को तोड़कर पाइपलाइन डाला जाता है. उस सड़क के बनने के कुछ दिन बाद ही फिर से उसे तोड़कर नाला निर्माण शुरू कर दिया जाता है. ऐसे में तालमेल के अभाव से सालों भर कुछ ना कुछ काम होते रहता है और लोग इन गली मुहल्लों से आवागमन करने से कतराते हैं.

अतिक्रमण ने मिटा दिया गलियों का अस्तित्व

शहर के नयी बाजार, मालखाना चौक, सरकारी बाजार, तेलपा, मोहन नगर, दहियावां, दौलतगंज, गुदरी, कटरा, नवीगंज, अजायबगंज, मौना, पुरानी गुड़हट्टी, सांढा आदि इलाकों में दर्जनों ऐसी गालियां हैं. जिनका अस्तित्व आज अतिक्रमण के कारण पूरी तरह समाप्त हो चुका है. शहर के सरकारी बाजार से पुरानी गुड़हट्टी की ओर जाने वाली प्रमुख गली पर सालों पर कचरा डंप रहता है. जिस कारण अब इधर से चार पहिया वाहन नहीं जाती. कचहरी स्टेशन से सांढा को जोड़ने वाली प्रमुख सड़क भी चार साल से बंद है. तेलपा वह नयी बाजार में भी 10 से अधिक गलियां बीते एक दशक से अतिक्रमण का शिकार हैं.

क्या कहते हैं लोग

पहले तो हम लोग शहर के एक छोर से दूसरे छोर तक गली मुहल्लों की सड़कों से ही चले जाते थे. मुख्य मार्ग पर जाने की जरूरत ही नहीं पड़ती थी. आज तो अधिकतर गलियां अतिक्रमण का शिकार हैं. कई जगह तो बड़े-बड़े गड्ढे हैं. मेंटेनेंस जरूरी है.

मनोज कुमार10-15 साल पहले तक शहर में गली मुहल्ले से आवागमन सहज था. हाल के दिनों में विभिन्न निर्माण कार्यों ने गली मुहल्ला की सड़कों को जर्जर कर दिया है. इनके मेंटेनेंस को लेकर ध्यान नहीं दिया जाता. ऐसे में आवागमन प्रभावित हो रहा है.

राजन अंसारी

छपरा शहर के हर मुहल्ले की गली मुख्य सड़क तक जाती है. बिना मुख्य सड़क पर गये भी शहर के किसी बाजार तक गली मुहल्ले से हम जा सकते हैं. लेकिन इन गलियों का अस्तित्व अब मिट रहा है. निर्माण कार्य में अनियमितता इसकी मुख्य वजह है.

लालबाबू राय20-30 साल पहले तक सरकारी बाजार, हथुआ मार्केट, मौना आदि जगहों तक जाने के लिए हम लोग गली की सड़कों से ही चले जाते थे. महिलाओं के लिए गली से जाना सुरक्षित भी रहता था. आज तो अधिकतर गली बंद हो गयी है. कई जगह तो रास्ता खराब है.

चिंता देवी

क्या कहते हैं मेयर

हाल ही में हुई बोर्ड की बैठक में शहर की कई प्रमुख गलियों के मेंटेनेंस का प्रस्ताव आया है. गत वर्ष भी कई मुहल्ले की सड़कों का जीर्णोद्धार कराया गया है. जिन जगहों पर अतिक्रमण है. वहां से अतिक्रमण भी जल्द ही हटा लिया जायेगा. आवागमन सहज और सुलभ हो इसके लिए प्रयास किया जा रहा है.

लक्ष्मी नारायण गुप्ता, मेयर, छपरा नगर निगम

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