Sonpur Fair : लकड़ी और बांस से बना सामान लोगों को आ रहा पसंद

Sonpur Fair : हमेशा की तरह विश्व प्रसिद्ध हरिहर क्षेत्र सोनपुर मेले ने लोगों को अपनी ओर आकर्षित किया है. खासतौर पर लकड़ी बाजार ने इस बार मेले की रौनक को और भी बढ़ा दिया है.

By Prabhat Khabar News Desk | December 9, 2024 10:04 PM

सोनपुर. हमेशा की तरह विश्व प्रसिद्ध हरिहर क्षेत्र सोनपुर मेले ने लोगों को अपनी ओर आकर्षित किया है. खासतौर पर लकड़ी बाजार ने इस बार मेले की रौनक को और भी बढ़ा दिया है. मेले में बांस और लकड़ी से बना सामान लोगों को आकर्षित कर रहे है. लकड़ी और बांस से बनी कई तरह की चीजें स्टॉल पर सजायी गयी है. लोग इनके काम की प्रशंसा कर रहे है और लकड़ी से बनी चीजें भी खरीद रहे है. पलंग, ड्रेसिंग टेबल, डाइनिंग टेबल, कुर्सी और अलमारी जैसे फर्नीचर के साथ टूथब्रश, कप, टोकरी, ट्रे, फ्लावर पोर्ट, बांस और लकड़ी के बने कई छोटे खिलौने, घर, कीचन और कंघी जैसी कई चीजें मेले में मिल रहा है, जिससे यह बाजार गुलजार बना हुआ है. लकड़ी बाजार में देश के विभिन्न हिस्सों से आए कुशल कारीगर अपने बेहतरीन और टिकाऊ फर्नीचर के साथ मौजूद हैं.

कारीगरों की मेहनत और उनकी कला यहां के फर्नीचर को खास बनाती है. लकड़ी के हर एक टुकड़े में उनकी कला की झलक साफ दिखाई देती है. बाजार में आधुनिक डिजाइनों के साथ पारंपरिक शैली के फर्नीचर भी उपलब्ध हैं. जो हर उम्र और हर वर्ग के ग्राहकों को अपनी ओर खींच रहे हैं. बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों से आए लोग यहां की शिल्पकला की सराहना कर रहे हैं. जैसे-जैसे मेला अपने अंतिम दौर की ओर बढ़ रहा है. लकड़ी बाजार की रौनक और बढ़ती जा रही है. लोग अपनी जरूरतों के साथ सजावट के लिए भी यहां से फर्नीचर खरीद रहे हैं. यह कहना गलत नहीं होगा कि सोनपुर मेले का लकड़ी बाजार एक बार फिर अपनी लोकप्रियता के शिखर पर है.

ग्राहकों की बढ़ी दिलचस्पी

लकड़ी बाजार में पहुंचे एक स्थानीय ग्राहक संतोष कुमार ने कहा कि यहां का फर्नीचर न केवल मजबूत है बल्कि किफायती भी है. शादी के सीजन में हम लकड़ी के सामान और फर्निचर यहीं से खरीदते हैं. यहां मिलने वाली ड्रेसिंग टेबल और अलमारी की डिज़ाइन बाजार में कहीं और नहीं मिलता. काफी दूर से आए एक अन्य ग्राहक पूजा सिंह का कहना है कि सोनपुर मेला हर साल उनकी फर्नीचर की जरूरतें पूरी करता है. उन्होंने बताया यहां न केवल खरीदारी करने का मजा है. बल्कि कारीगरों से सीधे बात करके अपनी जरूरतों के अनुसार चीजें बनवाने का मौका भी मिलता है.

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