छपरा. दशहरा, दीपावली और छठ पूजा के दौरान के दौरान निर्बाध बिजली आपूर्ति के लिए एनबीपीडीसीएल की छपरा इकाई ने तैयारी शुरू कर दी है. बिजली कंपनी अंचल मुख्यालय ने छपरा, सीवान और गोपालगंज के सभी कार्यपालक अभियंताओं को दुर्गापूजा, दीपावली और छठ महापर्व को ध्यान में रखते हुए जर्जर तारों को बदलकर एरियल बंच केबल लगाने, खुली एलटी लाइन में सेपरेटर बांधने, रोड क्रॉसिंग वाली जगह पर जाली वाला सुरक्षा गार्ड लगाने, ट्रांसफॉर्मर की मरम्मत करने, 11 और 33 केवी के ब्रेकर को दुरुस्त करने के लिए पत्र जारी कर दिया है. छपरा शहर के 1500 लोहे के पोल में प्लास्टिक कवर लगाने का आदेश दिया गया है.
पिछले साल केवल छपरा शहर में बने थे 23 पंडाल
बिजली विभाग के इंजीनियरों के मुताबिक पिछले साल शहर में 23 पंडाल बने थे. इन जगहों पर मॉनीटरिंग शुरू कर दी गयी है. कनीय अभियंताओं को आयोजकों समन्वय स्थापित कर सेफ्टी की जानकारी उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है. 100 और 200 केवीए के पर्याप्त संख्या में ट्रांसफार्मर को रिजर्व कर लिया गया है ताकि कहीं भी ट्रांसफार्मर जलने की समस्या आती है तो 24 घंटे में बदल दिया जाए.कई क्षेत्र में शुरू हो चुका है काम
अधिकारियों ने बताया कि आदेश के साथ कई क्षेत्र में काम भी शुरू हो चुका है. सभी 33 केवी व 11 केवी फीडर की पेट्रोलिंग कर जांच करायी जा रही है. इसके साथ ही जंफरों को दुरुस्त किया जा रहा है, ताकि स्नैपिंग की समस्या न हो. एमआरटी के स्तर पर सब स्टेशनों के पावर ट्रांसफॉर्मरों, ब्रेकरों व अन्य विद्युत उपकरणों की जांच हो रही है. फीडर व एलटी लाइन से सटे पेड़ों की छंटाई कराने के साथ ही एलटी लाइन का रखरखाव कर उनमें सेपरेटर लगाया गया है. पंडालों के आस पास बिजली पोलों में सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए शहर के लगभग 1500 बिजली पल में प्लास्टिक कवर का इस्तेमाल किया जा रहा है.पंडालों पर रहेगी विशेष नजर
अधीक्षण अभियंता रितेश कुमार ने दुर्गापूजा में पंडालों के आसपास के तारों की विशेष रूप से पैट्राेलिंग कराकर दुरुस्त करने का निर्देश दिया है. साथ ही पंडाल बनाने को लेकर गाइडलाइन जारी की है. लाइन से सटे पंडाल बनाने पर रोक लगाने का निर्देश दिया है. शहरी क्षेत्र में तालाब और गंगा किनारे छठ महापर्व होता है. इस दौरान श्रद्धालुओं की काफी भीड़ होती है. ऐसे इलाकों के जर्जर तार को बदलने, डैमेज इंसुलेटर को हटाकर नया लगाने, ट्रांसफॉर्मर को दुरुस्त करने आदि का निर्देश दिया गया है.विद्युत कनेक्शन के लिए इतना करना होगा भुगतान
पंडालों में अस्थायी विद्युत कनेक्शन के लिए विभाग द्वारा अलग-अलग भार के लिए अलग-अलग कनेक्शन निर्धारित किये गये हैं. एक किलोवाट के लिए 2060 रुपये का भुगतान करना होगा, दो किलो वाट के लिए 3011 रुपये, तीन किलो वाट के लिए 4036 रुपये तो वहीं 4 किलोवाट के लिए 5061 रुपये, पांच किलोवाट के लिए 7560 रुपये, छह किलोवाट के लिए 8585 रुपये देना होगा.पूजा पंडाल को लेकर यह दिये गये सुझाव
पूजा पंडाल ओवरहेड बिजली लाइन, ट्रांसफॉर्मर और विद्युत सब स्टेशनों से सुरक्षित दूरी पर होकंटे-छंटे तारों का प्रयोग न करें
कट आउट फ्यूज में सही साइज का फ्यूज तार लगाएं और एमसीबी का प्रयोग जरूर से करेंतारों के जोड़ पर इंसुलेटिंग टेप अवश्य लगाएं
जेनरेटर स्विच बोर्ड एवं तार आदि बिजली उपकरणों को अनाधिकृत व्यक्तियों की पहुंच से दूर रखें.शॉकेट में सीधा तार न डालें. थ्री-पिन प्लग-शॉकेट का उपयोग करें.
दोहरे अर्थिंग की व्यवस्था की जायेविद्युत पैनल या स्विच बोर्ड के नजदीक रबर मैट, अग्निशमन यंत्र, सूखे बालू से भरी बाल्टियां एवं फर्स्ट एड बॉक्स की व्यवस्था हो
अस्थायी नियंत्रण कक्ष
सप्तमी तक अस्थायी नियंत्रण कक्ष प्रारंभ हो जायेगा. यह नियंत्रण कक्ष 24 घंटे तीन पालियों में चलेंगे, जिसके लिए अतिरिक्त कर्मी लगाये जायेंगे. यह नियंत्रण कक्ष संबंधित विद्युत कार्यपालक अभियंता की देख-रेख में कार्यरत होगा. केवल छपरा पश्चिम में 180 कर्मी तैनात किए गए हैं. नगर क्षेत्र में 50 से अधिक बिजली कर्मी तैनात किए जा रहे हैं.बिजली से होनेवाले हादसे से बचाव के किये जा रहे प्रयास
राज्य मुख्यालय के निर्देश पर आने वाले त्योहारों को ध्यान में रखते हुए तैयारी पूरी कर ली गयी है दशहरा को लेकर विशेष तैयारी हुई है. पूजा पंडाल के लिए अस्थाई कनेक्शन लेना होगा. लोगों को बिजली संबंधित दुर्घटना से बचने के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है. रितेश कुमार, अधीक्षण अभियंता, सारण अंचलशहर फ्यूज कॉल सेंटर
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