दिघवारा. दिघवारा पुलिस को उस समय एक बड़ी सफलता हाथ लगी जब गड़खा और मांझी से घटना को अंजाम देकर लौट रहे नट गिरोह के पांच अपराधियों में से चार अपराधियों को पुलिस ने धर दबोचा. जबकि पांचवां अपराधी भागने में सफल रहा. इस दौरान स्कॉर्पियो से जा रहे अपराधियों ने भागने के क्रम में पुलिस की गश्ती वाहन में जबरदस्त टक्कर भी मार दी. जिसमें थानाध्यक्ष अंकित कुमार सिंह समेत तीन पुलिस कर्मी चोटिल भी हो गये. फिर भी पुलिस टीम ने स्कॉर्पियो सवार उक्त अपराधियों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की. पुलिस ने अपराधियों के पास से एक स्कार्पियो, एक देशी कट्टा, पांच जिंदा कारतूस, दो चाकू, एक शटर कटर मशीन व नौ बकरियां जब्त किया है. मिली जानकारी के अनुसार बुधवार की रात पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि एक उजले रंग की स्कार्पियो पर सवार होकर नट गिरोह के सदस्य जो लूट की योजना को अंजाम देने छपरा से मटिहान व फोरलेन सड़क से सोनपुर की तरफ जा रहे हैं तभी मधुकॉन मोड़ के समीप पुलिस टीम को देखकर अपराधियों ने भागने की कोशिश की. मगर पुलिस ने सबों को धर दबोचा, एक अपराधी भागने में सफल रहा. पुलिस के अनुसार नट गिरोह के जिन सदस्यों की गिरफ्तारी हुई है वे सभी छपरा, सीवान, गोपालगंज और पटना जिले में चोरी, डकैती व लूट की योजनाओ को अंजाम देते थे. थानाध्यक्ष ने बताया कि नट गिरोह ने बुधवार को ही गड़खा और मांझी से बकरियों की चोरी की थी जिसे स्कॉर्पियो की डिक्की से बरामद किया गया. गिरफ्तार अपराधियों की पहचान पटना जिले के फुलवारीशरीफ थाना क्षेत्र के ईशापुर मुर्गिया टोला निवासी मो. जफरूद्धीन ऊर्फ शाहरुख व मो. अरमान तथा खगौल निवासी चंदन नट व मुकेश नट के रूप में हुई है. वहीं फरार अपराधी बिहटा थाने के श्रीरामपुर मुहल्ला निवासी राजा नट बताया जाता है. चोटिल थानाध्यक्ष सिंह व अन्य पुलिस कर्मियों का उपचार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र दिघवारा में किया गया. थानाध्यक्ष सिंह के बयान पर थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है.बता दें कि थानाध्यक्ष सिंह हाल ही में दिघवारा थानाध्यक्ष का पदभार संभाला है और पदभार संभालते ही नट गिरोह की गिरफ्तारी कर उन्होंने अपना इरादा साफ कर दिया है कि अपराध व अपराधियों से कोई समझौता नहीं जाएगा.
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