दिघवारा. थाना क्षेत्र के त्रिलोकचक पंचायत अधीन ईशमेला गांव के मंदिर के समीप सोमवार की रात्रि हथियारों का अवैध रूप से तस्करी करने वाले तीन तस्करों को पुलिस ने हथियार के साथ गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार अपराधियों की पहचान नयागांव थाना क्षेत्र के बभनगावा गांव निवासी विजय सिंह के पुत्र आशिक कुमार, इसी गांव के धनंजय सिंह के पुत्र रितेश सिंह और अंजनी कुमार सिंह के पुत्र मोनू कुमार उर्फ हर्ष के रूप में हुई है. तस्करों के पास से पुलिस ने दो पिस्टल, तीन मैगजीन, पांच जिंदा कारतूस, तीन मोबाइल, एक मोटरसाइकिल व एक बुलेट जब्त किया है. इस संबंध में थाना में पदस्थापित कुमारी सीमा के बयान पर प्राथमिकी दर्ज की गई है, जिसमें पांच लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया गया है. दर्ज प्राथमिकी में कुमारी सीमा ने बताया कि जब वह रात्रि गश्ती में थी, उसी समय गुप्त सूचना मिली कि आशिक कुमार द्वारा हथियारों की तस्करी की जा रही है. इस सूचना पर पुलिस ने त्वरित पहल करते हुए उसे बभनगावा से ईशमेला गांव बुलाया गया जहां आशिक कुमार को हिरासत में लेकर पूछताछ किया गया. इसके बाद जब वह आनाकानी करने लगा तो पुलिस ने उसके मोबाइल की जांच की जिस मोबाइल में हथियारों के लेनदेन के कई फोटो प्राप्त हुए,जिसके बाद पुलिस का शक और गहरा गया. बाद में पुलिस ने आशिक कुमार से सख्ती से पूछताछ की तो उसने खरीद बिक्री का पूरा भेद खोल दिया. इसके बाद पुलिस ने रितेश सिंह और मोनू सिंह नामक तस्कर को भी हिरासत में ले लिया. इस तरह दिघवारा पुलिस को एक बड़ी सफलता हाथ लग गई.
मिली जानकारी के मुताबिक पुलिस को जब गुप्त सूचना मिली कि आशिक कुमार हथियारों की तस्करी करता है तो उसके बाद उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने एक योजना बनाई और इस योजना के तहत तस्कर पुलिस के हत्थे चढ़ गया. थानाध्यक्ष रविशंकर कुमार,अपर थानाध्यक्ष रविरंजन व पीएसआई राजकुमार सरीखे पुलिस पदाधिकारी स्वयं हथियारों का खरीदार बनकर ईशमेला गए थे. जहां आशिक को बुलाया गया था मगर इसकी भनक तस्कर आशिक को नहीं लग सकी और पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया. इसके बाद पुलिस दो अन्य तस्करों को गिरफ्तार करने में सफल रही.पुलिस को अन्य दो हथियार तस्करों की तलाश है.
फोटो कैप्शन
जप्त पिस्टल,मैगजीन,कारतूस,बुलेट व बाईक के साथ पीएसआई राजकुमारडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है