पति को छुड़ाने के नाम पर लड़की को ब्लैकमेल करने वाले दो आरोपितों को पुलिस ने किया गिरफ्तार

आर्केस्ट्रा में दैहिक शोषण के तो कई मामले सुने होंगे. लेकिन भावनात्मक ब्लैकमेलिंग का एक मामला प्रकाश में आया है. जिसमें प्यार के नाम पर शारीरिक, आर्थिक और भावनात्मक ब्लैकमेलिंग कर जेल में बंद पति को छुड़ाने के एवज में ब्लैकमेलर ने अपनी मनमर्जी के लिए लड़की को बाध्य कर दिया.

By Prabhat Khabar News Desk | August 30, 2024 9:00 PM

छपरा

. आर्केस्ट्रा में दैहिक शोषण के तो कई मामले सुने होंगे. लेकिन भावनात्मक ब्लैकमेलिंग का एक मामला प्रकाश में आया है. जिसमें प्यार के नाम पर शारीरिक, आर्थिक और भावनात्मक ब्लैकमेलिंग कर जेल में बंद पति को छुड़ाने के एवज में ब्लैकमेलर ने अपनी मनमर्जी के लिए लड़की को बाध्य कर दिया. लेकिन कुछ महीनों तक शारीरिक आर्थिक और मानसिक शोषण झेलने के बाद लड़की को स्थिति समझ में आयी और वह ब्लैकमेलर के चंगुल से भाग निकली. भागती लड़की को दुबारा पकड़ने की कोशिश कर रहे ब्लैकमेलर के लोगों पर मुफ्फसिल थाना पुलिस की नजर पड़ गयी और सबको पकड़ पुलिस थाना ले आयी.

इस मामले में मुफ्फसिल थानाध्यक्ष विशाल आनंद ने बताया की जब लड़की से उन्होंने पूछताछ किया तो मानव तस्करी के साथ- साथ अनैतिक देहव्यापार से जुड़ा हुआ मामला दिखने लगा. जिसमें तफ्तीश को आगे बढ़ाया गया तो परिवार प्यार और प्रेमी तीनों जगह लड़की प्रताड़ित हुई थी. लड़की के मां के निधन के बाद उसके पिता ने दूसरी शादी कर ली थी. सौतेली मां के रिश्तेदारों ने लड़की को सारण जिला के नगरा बाजार निवासी आर्केस्ट्रा संचालक अजय पूर्वे को सौंप दिया. जिसके साथ रहते हुए उसने कई कार्यक्रमों में नाच गाना कर खूब धन अर्जित किया, लेकिन अजय पूर्वे उसकी कमाई के पैसे अपने ऊपर खर्च कर देता था और लड़की का आर्थिक और शारीरिक शोषण करता था. अजय के शोषण से परेशान लड़की का झुकाव आर्केस्ट्रा में सहकर्मी संतोष की तरफ बढ़ता गया और फिर दोनों में प्यार पनपा. जिसके फलस्वरूप दोनों ने शादी कर अजय का आर्केस्ट्रा छोड़ दिया. लड़की के जाने से अजय के आर्केस्ट्रा की कमाई में गिरावट आ गयी. जिससे वह बेचैन हो गया और उसने एक चाल चलते हुए संतोष पर एक लड़की से शारीरिक छेड़छाड़ का आरोप लगाते हुए उसे जेल भेजवा दिया. संतोष के जेल जाने के बाद लड़की ने अजय की चाल को समझ उससे संतोष को छुड़वाने का प्रयास किया. लेकिन अजय ने उसे फिर से उसके पास लौटने की शर्त रखी. जिसके बाद फिर से लड़की का शोषण का दौर शुरू हो गया. लेकिन धीरे धीरे निशा को समझ में आ गया कि अजय संतोष को छुड़ाने के नाम पर उसका शोषण कर रहा है. जिसके बाद वह अजय के चंगुल से निकल भागी. लेकिन घेघटा के पास शाम में उसे अजय पूर्वे और उसका सहयोगी महबूब उर्फ चुन्नू ने पकड़ लिया और उसे अगवा करने की कोशिश कर ही रहे थे तब तक पुलिस की गश्ती टीम वहां पहुंच गयी और लड़की के साथ दोनों को पकड़ लिया गया. थानाध्यक्ष की माने तो अनैतिक देह व्यापार और मानव तस्करी के इस मामले में आगे की कड़ियों की जांच पड़ताल जारी रहेगी.

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